Sonprabhat News Desk: आज शरद पूर्णिमा है। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात्रि में चंद्रमा से अमृत की बूंद गिरती है। इसलिए गाय के दूध से बनी खीर को चांदी के पात्र में रखकर अथवा किसी भी पात्र में रखकर खीर में चांदी का सिक्का, चांदी की चम्मच अथवा कोई भी चांदी का जेवर डालकर चाँदनी रात में खुले आसमान के नीचे रखा जाता है। रात्रि में चंद्रमा से वर्ष में सिर्फ एकबार शरद पूर्णिमा की रात में अमृत बूंद गिरती है। सुबह उस खीर को प्रसाद के रूप में खाली पेट सबसे पहले एक चम्मच भी खीर जिसने खा लिया तो मान्यता है कि एक वर्ष तक निरोग हो जाता है। इसलिए शरद पूर्णिमा की रात्रि में गाय के दूध से बनी खीर को चांदनी रात में खुले आसमान के नीचे जरूर रखें और सुबह खाली पेट खीर का प्रसाद जरूर ग्रहण करें। ताकि चन्द्रमा से गिरी अमृत बूंद का पान कर सभी लोग निरोग बन सकें। जय श्रीमन्नारायण खीर खाने वालों को निरोग बना देना प्रभु।