• “भगवान श्री रामचन्द्र जी का जीवन एक सीख नहीं वरन् सीखों का पिटारा है– प्रमोद कुमार उपाध्याय (अध्यक्ष रामलीला परिषद रेनुकूट)
संवाददाता:- यू गुप्ता
रेनुकूट, सोनभद्र। रामलीला की तैयारियां इस समय जोरों से चल रहा है। रेणुकूट में रामलीला का आयोजन 3 अक्टूबर 2024 से 11 अक्टूबर 2024 तक होगा।
श्री रामलीला परिषद के अध्यक्ष प्रमोद कुमार उपाध्याय ने कहा कि “भगवान श्रीरामचन्द्र जी का जीवन एक सीख नहीं वरन् सीखों का पिटारा है | गुरु-शिष्य, राजा-प्रजा, स्वामी-सेवक, पिता-पुत्र, पति-पत्नी, भाई-भाई, मित्र-मित्र के आदर्शों के साथ धर्मनीति, राजनीति, कूटनीति, अर्थनीति, सत्य, त्याग, सेवा, प्रेम, क्षमा, परोपकार, शौर्य, दान आदि मूल्यों का सुन्दर आदर्श हमें उनके जीवन से सीखने को मिलता है।”
वही रामलीला के निदेशक सुनील परवाल जी ने बताया कि “भगवान राम के जीवन का उद्देश्य एक आदर्श राजा और एक आदर्श इंसान बनना था वह एक दयालु, करुणावान और न्यायप्रिय थे उन्होंने अपने जीवन में हमेशा सत्य और धर्म का पालन किया। भगवान राम ने अपने कुछ खास गुणों से रावण पर जीत पाई थी। उनमें सामाजिक समानता, सेना को प्रोत्साहित करना, शांति से लक्ष्य की ओर बढ़ना, त्याग और संयम के गुण थे। इसलिए भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा जाता है। जीवन को सफल बनाने के लिए भगवान राम के इन गुणों से प्रेरणा ली जा सकती है। वह जिस तरह से समय और स्थिति को देखकर आगे की रणनीति बनाते थे उनसे सीख ली जा सकती है।”
आपको बताते चले कि रेनुकूट की रामलीला की अपनी एक अलग पहचान है। इस रामलीला में रेणुकूट के नगरवासियो के छोटे-छोटे बच्चे तथा हिंडाल्को कम्पनी में काम करने वाले कर्मचारी इस रामलीला को बखूबी निभाते हैं।
इस रामलीला में पवन दुबे बजरंगबली की भूमिका मे, सतीश चौबे परशुराम की भूमिका में, जितेंद्र उपाध्याय जनक की भूमिका में, ब्रह्मा प्रसाद मिश्रा बाली की भूमिका, में श्याम मूरत मिश्रा संगीत पर और मनोज वर्मा मंत्री की भूमिका में आप सभी लोगों को नजर आएंगे।
इस रामलीला का रिहर्सल अभी शाम 5 बजे से लेकर रात 9.30बजे तक अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। जल्दी ही सभी नगर वासियों को रेणुकूट की इस रामलीला को देखने का अवसर मिल सकता है।
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