मूल्यों और मर्यादाओं के बन्धन में बंधने से जीवन निर्बंधन होता
सोनभद्र-एकल विद्यालय संस्था में रक्षाबन्धन का त्यौहार मूल्यो और आत्मीय मर्यादाओं के बन्धन में बंधकर मानवता की सेवा के दिवस के रूप में मनाया जाता है। मर्यादाओं का बन्धन मनुष्य के जीवन को रोग ,शोक और दारूण्य से मुक्त कर देता है। मन निर्मल और विकारों से मुक्त हो जाता है। इसी संकल्प को लेकर रक्षाबन्धन के मनाई जा रहे त्यौहार को 29 अगस्त शनिवार को कर्मा थाने, ब्लाक के बुद्धिजीवी वर्ग व पुलिस भाईयो को राखी बांधकर विकारों के दान का संकल्प पत्र लिया गया । अस्पताल में, हंस वाहिनी विद्यालय केकाराही में बच्चों विद्यालय के बच्चों के साथ साथ राखी बांधकर उन्हें सकारात्मक जीवन जीने का संकल्प दिलाया गया। एकल परिवार के सिमित्री बहन के नेतृत्व में केकाराही अस्पताल में 20रोगियों के साथ चिकित्सकों , नर्सों एवं स्टाफ को राखी बांधी गई ।
इस अवसर पर छात्राओं एवं समस्त शिक्षक एवं कर्मचारियों को राखी बांधने के पश्चात जीवन को सुखमय बनाने हेतु जीवन में बदलाव लाने के लिए संकल्प पत्र लिया गया। । राखी बांधने में किसी भी प्रकार धन या उपहार नहीं लेती है। एकल विद्यालय की बहने । राखी बांधने के बाद बुराइयों और मादक द्रव्यों के सेवन के लिए संकल्प पत्र लिया गया।
इस कार्य को सफल बनाने मे सिमित्री, नीलम ,प्रीति कुमारी के साथ अन्य उपस्थित रहे।