November 23, 2024 2:19 AM

Menu

एम्बुलेंस की आस में महिला ने सड़क किनारे दिया स्वस्थ नवजात शिशु को जन्म, स्वास्थ्य विभाग की भूमिका संदिग्ध।

एम्बुलेंस की आस में महिला ने सड़क किनारे दिया स्वस्थ नवजात शिशु को जन्म, स्वास्थ्य विभाग की भूमिका संदिग्ध।

 

 

मामला बभनी थाना क्षेत्र के अरझट निवासी महिला की प्रसव पीड़ा के दौरान एंबुलेंस नही मिलने का।

 

उमेश कुमार- सोनप्रभात
बभनी- सोनभद्र

 

बभनी थाना क्षेत्र के अरझट गांव में रविवार को दिन के 11 बजे एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है , प्राप्त जानकारी के अनुसार फूलकुमारी पत्नी लालबहादुर निवासी बइरपान (खजूरी) को अपने मायके अरझट में प्रसव पीड़ा शुरू हुई। जिसके बाद परिजनों ने समय रहतें हुए 102 एंबुलेंस से संपर्क साधने को प्रयास करने लगे लेकिन एम्बुलेंस की बाट जोहते – जोहते घंटो बीतने के बाद प्रसव पीड़ा जोर – जोर से होने लगी जिसके बाद परिजनों ने कोई एम्बुलेंस नहीं मिलता देख अपने घर की मोटर साइकिल से ही बभनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने लगे , लेकिन प्रसव पीड़ा इतनी बढ़ गयी कि उन्हें अस्पताल से लगभग 1 किलोमीटर पहले ही स्थित मुख्यमार्ग पर ही रुकना पड़ गया जहाँ उक्त महिला ने सड़क के किनारे ही स्वस्थ नवजात शिशु को जन्म दिया।

 

 

आपको बता दें कि भारत सरकार व राज्य सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य योजनाओं को धरातल पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाती है। वही सरकारी अस्पतालों के द्वारा आशा, ए एन एम, आगनबाड़ी आदि लोगो को प्रशिक्षित कर गांव में नजर रखने को बताया जाता है।जिन लोगो पर गांव की गर्भवती महिलाओं की देखरेख की जिम्मेदारी और उन्हें स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन सवाल उठता है कि क्या किसी ने अपना फर्ज अदा नही किया?

परिजनों ने बताया कि हम लोगो ने प्रसव पीड़ा की सूचना स्थानीय आशा को दिया था लेकिन उन्होंने इस बात पर ध्यान नही दिया।

वही आपको बता दें कि सरकार द्वारा अनेक प्रकार से योजनाओं को सरकार ने जिम्मेदारी दबकर प्रसव हेतु माताओ पर विशेष ध्यान देने हेतु जागरूकता के तहत आशा व एएनएम आदि की नियुक्ति सरकार द्वारा की गयीं है जिन्हें करोड़ो खर्च कर प्रशिक्षित किया जाता है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की सरकार के धन पर पलीता लगाने जैसा है।

 

इस प्रकार की घटना घटित होने से आसपास के लोगो मे चर्चा का माहौल बन गया है जहां स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।

For More Updates Follow Us On

For More Updates Follow Us On