■कोरोना को हराना है, शासनादेश का पालन करें- सोनप्रभात ।
‘जी हाँ , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार सोनभद्र जिले को भी लॉकडाउन(शटडाउन) 27 मार्च तक किया गया है।
वहीं प्रशासन के सभी जिम्मेदार लोग अपने अपने कार्यो में लग गए हैं, म्योरपुर, बभनी, दुद्धी, चोपन, नगवा, रॉबर्ट्सगंज, घोरावल, चतरा ब्लॉक में भी नियमत: लॉकडाउन को समर्थन देने की अपील की गई है। जिले के सभी थानों के थानाध्यक्ष आदेश पर अमल करते दिखे।
- लॉकडाउन का अर्थ है तालाबंदी।
- लॉकडाउन एक आपदा व्यवस्था है ,जो किसी आपदा या महामारी के वक्त सरकारी तौर पर लागू की जाती है।
- जिस इलाके में लॉकडाउन किया गया है ,उस क्षेत्र के लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है।
- उन्हें सिर्फ दवा और अनाज जैसी जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए ही बाहर आने की इजाजत मिलती है, इस दौरान वे बैंक से पैसे निकालने भी जा सकते हैं।
- जिस तरह किसी संस्थान या फैक्ट्री को बंद किया जाता है और वहां तालाबंदी हो जाती है उसी तरह लॉक डाउन का अर्थ है कि आप अनावश्यक कार्य के लिए सड़कों पर ना निकलें।
- अगर आपको लॉकडाउन की वजह से किसी तरह की परेशानी हो तो आप संबंधित पुलिस थाने, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक अथवा अन्य उच्च अधिकारी को फोन कर सकते हैं।
- लॉकडाउन जनता की सहूलियत और सुरक्षा के लिए किया जाता है।
- सभी प्राइवेट और कॉन्ट्रेक्ट वाले दफ्तर बंद रहते हैं, सरकारी दफ्तर जो जरूरी श्रेणी में नहीं आते, वो भी बंद रहते हैं।
- लॉकडाउन एक ऐसा आपातकालीन प्रोटोकॉल है, जिसके तहत शहर या प्रदेश में रहने वाले लोगों को क्षेत्र छोड़कर जाने या घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह से रोक लगाता है।
- इन सभी नियमों का पालन करने की अपील भारत सरकार की आपसे है।
“अपने घरों में रहे, अनावश्यक कार्यो के लिए घर से बाहर न निकलें।
- अफवाहों को फैलने या फैलाने से बचें।
27 मार्च तक लॉकडाउन का नियमत: पालन करना है, हम सभी को कोरोना को हराना है।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.