February 5, 2025 12:22 PM

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गुजरात में जहरीली गैस रिसाव से सोनभद्र के दो युवकों की मौत, गांव में मातम का माहौल

Sonprabhat News/Report : Anil Kumar Agrahari

कोन, सोनभद्र। गुजरात के भरूच जिले में एक रासायनिक संयंत्र में जहरीली गैस रिसाव के कारण सोनभद्र के कोन कस्बा निवासी दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना शनिवार देर रात की है, जिसने न केवल मृतकों के परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है। 

मृतकों की पहचान 39 वर्षीय सुजीत कुमार (पुत्र सुग्रीव साह) और 25 वर्षीय महेश (पुत्र नंदलाल) के रूप में हुई है। दोनों ही युवक बेहतर आजीविका की तलाश में एक सप्ताह पहले गुजरात के भरूच जिले के दहेज स्थित जीएफएल कंपनी में काम करने गए थे। 

घटना का विवरण
शनिवार रात करीब 10 बजे जीएफएल कंपनी के रासायनिक संयंत्र में जहरीली गैस का रिसाव हुआ। इस हादसे में सुजीत और महेश उसकी चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की खबर मिलते ही दोनों युवकों के परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में शोक का माहौल है, और हर किसी की आंखें नम हैं। 

कंपनी की घोषणा
जीएफएल कंपनी के उपमहाप्रबंधक ने मृतकों के परिवारों को 30-30 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। इसके अलावा, कंपनी ने वैधानिक बकाया, बीमा लाभ और लंबित वेतन का भुगतान करने का आश्वासन दिया है। मृतकों के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च उठाने और उन्हें नौकरी देने की भी पेशकश की गई है। 

सुजीत कुमार: संघर्ष भरा जीवन और परिवार का सहारा
सुजीत चार भाइयों में सबसे छोटा था। वह पहले गांव में बिजली मिस्त्री का काम करता था, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण 20 दिसंबर को गुजरात काम करने गया था। सुजीत के परिवार में पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं। उसका बड़ा बेटा दीपक (12 वर्ष) कक्षा चार में, बेटी परी (5 वर्ष) कक्षा एक में और सबसे छोटा बेटा मानुष (2 वर्ष) अभी बहुत छोटा है। 

सुजीत के मौत के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति और बिगड़ने की आशंका है। पत्नी और बच्चों के सामने जीवनयापन की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। 

महेश : घर को संवारने का सपना अधूरा रह गया
महेश तीन भाइयों में मझला था और अविवाहित था। उसके पिता गांव में छोटे वाहन चलाकर परिवार का खर्च चलाने की कोशिश करते थे, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। महेश ने घर की स्थिति सुधारने के लिए गुजरात जाकर कमाई करने का फैसला किया। हालांकि, यह सपना अधूरा रह गया, और उसकी दर्दनाक मौत ने परिवार को और गहरी मुसीबत में डाल दिया। 

गांव में शोक का माहौल
दोनों युवकों की मौत की खबर से गांव में मातम छा गया है। परिजन और स्थानीय लोग शोकाकुल हैं। सुजीत और महेश के शव मंगलवार तक गांव पहुंचने की उम्मीद है। 

प्रशासन का रुख
स्थानीय प्रशासन और कंपनी अधिकारियों ने इस मामले में मदद का आश्वासन दिया है। घटना के बाद पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने की बात कही गई है। 

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