November 23, 2024 2:21 AM

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डीएम द्वारा गठित टीम ने अवैध खनन की जांच शुरू की।

  • जाँच टीम को देख खनन माफियाओ में मचा हड़कंप।
  • शुक्रवार शुरू हुई जांच में टीम ने महुअरिया पैचिंग प्लांट , फुलवार की मलिया नदी के साथ कनहर के कोरगी व पिपरडीह में हुई अवैध खनन को देखा।

विंढमगंज – सोनभद्र 

पप्पू यादव/ जितेंद्र चन्द्रवंशी- सोनप्रभात

विंढमगंज/ सोनभद्र। विंढमगंज रेंज में हुए अवैध खनन की जांच डीएम द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम ने शुरू कर दिया। शुक्रवार को शुरू हुई जांच में टीम का नेतृत्व कर रहे उपजिलाधिकारी रमेश कुमार सबसे पहले महुअरिया रेलवे स्टेशन के पास दोहरीकरण कार्य मे लगे एक कंपनी के पैचिंग प्लांट का निरीक्षण किया।  जहां मौजूद खनिजों जैसे बालू व गिट्टी के ढेरों की नाप करायी।

उपलब्ध खनिजों की परमिट मांगने पर वहां पर मौजूद कर्मी ने बताया कि अभी इंचार्ज कही बाहर गए है कल कागजात प्रस्तुत करने की बात कही। इसके बाद अधिकारियों की टीम फुलवार से गुजरी मलिया नदी से हुए खनन की जांच में पहुँची जहाँ शिकायतकर्ताओं की मौजूदगी में मलिया नदी में अवैध खनन की जांच की। इसके साथ ही कल से शुरू हो रहे कनहर नदी के कोरगी ,पिपरडीह साइट का भी मुआयना किया साथ ही अवैध खनन का भी निरीक्षण किया।

उपजिलाधिकारी रमेश कुमार ने मीडिया कर्मी से सेलफोन पर बताया कि यह जांच डीएम साहब के आदेश पर किया जा रहा है। जो आज से जांच शुरू कर दी गयी है, शुक्रवार को महुअरिया में प्रगति इंफ्रा द्वारा लगाए गए पैचिंग प्लांट का निरीक्षण किया और बालू का सैम्पल देखा ,परमिट मांगने पर कोई कागज प्रस्तुत नहीं कि गयी कंपनी के कर्मी को कल 12 बजे तक समय दिया गया है,  इसी क्रम में फुलवार के मलिया नदी में अवैध खनन की जांच की जहां बालू का उठान पाया गया। जांच शुरू है कई चरणों मे जांच के बाद निष्कर्ष पर पहुँचा जाएगा।

उधर जांच शुरू होते ही अवैध खननकर्ताओं में हड़कंप व्याप्त है , लोगों का कहना है कि अगर जांच सही सही हो गयी तो क्षेत्र में भारी पैमाने पर हुए अवैध खनन के साथ ही साथ पिछले ढाई वर्षों से कारोबार में लगे सिंडिकेट का पर्दाफाश हो जाएगा।

1 सितम्बर को ही अनेक ट्रैक्टर स्वामियों ने की थी शिकायत- 

बता दे कि 1 सितंबर को जिला मुख्यालय पर विंढमगंज रेंज के 10 ट्रैक्टर स्वामियों ने शपथ पत्र देकर डीएम से शिकायत की थी ,आरोप लगाया था कि विंढमगंज रेंज के रेंजर व डिप्टी रेंजर व ठीकेदारों की मिलीभगत से क्षेत्र के मलिया व कनहर नदी के विभिन्न मुहानों से भारी पैमाने पर अवैध खनन किया गया है। साथ ही यह भी कहा था कि पिछले तीन वर्षों से लगातार ट्रैक्टरो के माध्यम से बालू महुअरिया रेलवे स्टेशन के समीप स्थित पैचिंग प्लांट पर आपूर्ति दी गई और फर्जी रॉयलिटी को खनन विभाग से सही साबित कराये जाने को लेकर शिकायत की थी। जिस पर गंभीरता दिखाते हुए डीएम एस राजलिंगम ने 3 सितंबर को जांच आदेश जारी किया जांच के लिए उपजिलाधिकारी दुद्धी ,ज्येष्ठ खान अधिकारी ,गैर प्रभाग के उप प्रभागीय अधिकारी का तीन सदस्यीय
टीम गठित की थी।जिसकी जांच शुक्रवार से शुरू कर दी गयी।

जांच टीम में ये रहे शामिल – 

जांच टीम में खनन निरीक्षक जीके दत्ता , खनन सर्वेयर संतोष पाल , ओबरा एसडीओ जेपी सिंह , एडीओ पिपरी मनमोहन मिश्रा के साथ पुलिस क्षेत्राधिकारी राम आशीष यादव के साथ अन्य अधिकारी मौजूद रहें|

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