February 5, 2025 11:37 AM

Menu

दुद्धी में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर काव्य की अविरल रसधार ने दिया देश, मातृ, प्रकृति प्रेम और समरसता का संदेश।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी ने समृद्ध साहित्यिक संस्कृति की छवि प्रस्तुत की। नव वर्ष की पूर्व संध्या ग्रीन स्टार होटल में सजा काव्य गोष्ठी मंच।

दुद्धी, सोनभद्र/ जितेंद्र चंद्रवंशी/ सोन प्रभात

धार्मिक और सामाजिक संस्कृति के संरक्षण के प्रति समर्पित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच द्वारा दुद्धी स्थित होटल ग्रीन स्टार में आयोजित काव्य गोष्ठी ने साहित्यिक रसिकों को गहरे तक प्रभावित किया। इस भव्य आयोजन में सोनभद्र की प्राकृतिक संपदाओं से प्रेरित कवियों ने देर रात तक अपनी रचनाओं से देशभक्ति, मातृ प्रेम, प्रकृति संरक्षण, और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से हुई, जिसे प्रसिद्ध कवि डॉ. लखन राम “जंगली” ने अपनी रचना “तेरे चरण में मां शत-शत नमन हो” के साथ प्रस्तुत किया। इसके बाद कवि यथार्थ विष्णु ने अपनी शानदार प्रस्तुति “ना राजा का लड़का हूं मैं, ना उद्यम व्यापार में गीतों का राजकुमार” के माध्यम से युवाओं के दिलों में स्थान बना लिया।

सोन प्रभात न्यूज़ के संपादक आशीष कुमार गुप्ता ने “डगर वहीं चुनी, जो सामाजिक थी मेरे कामों के पीछे छिपी लॉजिक थीं” के माध्यम से युवा पीढ़ी की दुविधाओं को समेटा, वहीं सामाजिक भेदभाव पर तीखा प्रहार किया। उनकी प्रस्तुति को श्रोताओं ने खूब सराहा।

दुद्धी

इसी क्रम में कवि मुकेश कुमार ने समाज की कुरीतियों और महिला सुरक्षा पर आधारित मार्मिक रचना “जो करे बेटी का अपमान, जो लूटे उसका मान-सम्मान, जल्लादों को चौराहों पर जलाना चाहिए” पढ़ी, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया।

संवेदनशील विषयों पर रचनाएं

गोष्ठी में मंच अध्यक्ष डॉ. लवकुश प्रजापति ने “मैं हूं चिरयौवन कुंती, एक शापित माँ” के माध्यम से मां कुंती के मर्म को उजागर किया और श्रोताओं को एक नई सोच दी। वहीं, कवि डॉ. संजय कुमार गुप्ता ने पहली बार शायरी “खुशियों का ना खो देना मेरे बाद भी, मुझे ढूंढ़ लेना मेरे बाद भी” के जरिए दिलों को छू लिया।

नगर पंचायत अध्यक्ष कमलेश मोहन ने पर्यावरण और आतंकवाद पर अपनी रचनाओं के जरिए श्रोताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया। उनकी रचना “कत्ल होता पेड़ तो भी लकड़ियां दे जाएगा” ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, जबकि “मजहब के नाम पर बेगुनाहों का कत्ल करने वालों, तेरे बाद तेरे अपनों का अंजाम क्या होगा” ने आतंकवाद पर करारा प्रहार किया।

दुद्धी

गोष्ठी का कुशल संचालन और समापन

कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कवि हसन सोनभद्री ने अपनी अनोखी शैली और रचनाओं से किया। उन्होंने “सब ने पूछा बोलो कुछ लाए की नहीं, बस मां ने पूछा कुछ खाए कि नहीं” जैसे भावुक और सार्थक शेरों से माहौल को ऊर्जावान बनाए रखा।

कार्यक्रम का औपचारिक संचालन महामंत्री जितेंद्र कुमार चंद्रवंशी ने किया। गोष्ठी का शुभारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर हुआ।

संपूर्ण आयोजन ने छोड़ी गहरी छाप

इस अवसर पर शिव शंकर प्रसाद गुप्ता, प्रमोद कुमार, उपेंद्र तिवारी, इब्राहिम खान, डॉक्टर कृष्ण कुमार चौरसिया, अजय धनेंद्र जायसवाल, और अन्य प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे। दुद्धी की यह काव्य गोष्ठी केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं रही, बल्कि यह समाज और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का संदेश देने वाला एक ऐतिहासिक आयोजन बन गया।

यह भी पढ़ें : Sonbhadra News Rewind 2024: कैसा रहा सोनभद्र के लिए यह साल, क्या कुछ बदला?

 

Ad- Shivam Medical

The specified slider is trashed.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

For More Updates Follow Us On

For More Updates Follow Us On