सोनभद्र:- पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार शुक्रवार को रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में ई-रिक्सा वाहनों के लिए कलर कोड के अनुसार मार्गों को भी निर्धारित कर दिया गया,अब निर्धारित रूट के हिसाब से ही ई रिक्शा चलेंगें। सीओ विनोद कुमार सिंह, एआरटीओ धनबीर यादव,यातायात प्रभारी अमित सिंह ने सभी ई-रिक्शा चालकों को समझाया कि सभी लोग अपने नम्बरीग से चले और रेट निर्धारित करके चले जिससे आम लोगो को समस्या का सामना न करना पड़े और दुर्घटना से बचे सभी रिक्सा चालको को रूटों को निर्धारित किया।उनके लिए चार कलर कोड निर्धारित किया गया जिसमे पन्नूगंज मार्ग के लिए लाल कलर,मधुपुर मार्ग पीला कलर,घोरावल हरा कलर,
उरमौरा नीला कलर निर्धारित किया गया है। बता दे कि रावर्ट्सगंज नगर में ई रिक्शा के कारण लग रहे जाम व हो रही दुर्घटना को देखते हुए उच्चअधिकारियों के आदेश के क्रम में बढ़ौली चौराहे से अचानक टोटो( ई रिक्शा) को कोतवाली में ले जाकर खड़ा कराया जाने लगा, जिससे अचानक टोटो चालकों के बीच व प्रशासन के बीच गहमा गहमी चालू हो गई और चालकों को शांत कराने हेतु बताया गया कि उनके वाहनों को नंबरिंग कर छोड़ दिया जाएगा व शोरगुल ना मचाए और शांति बनाए रखें, ऐसा आए दिन टोटो द्वारा हो रही दुर्घटना व अपराध व जाम के दृष्टिगत किया जा रहा है लेकिन चालक इस बात पर राजी नहीं थे और परिवहन विभाग व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे वे कोतवाली से नारेबाजी करते हुए सैकड़ो की संख्या में बढ़ौली चौक पर इकट्ठे हुए और कुछ समय के लिए सड़क को जाम कर दिया वह पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते रहे और अपनी टोटो वापस देने की मांग करते रहे यह कार्य घण्टो तक कभी कोतवाली तो कभी बढ़ौली चौराहे पर चलता रहा, तत्पश्चात आरटीओ व ट्रैफिक विभाग व पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा उन लोगों को समझाया गया कि यह आपकी ही सुरक्षा के लिए किया जा रहा है जिससे आपके टोटो की पहचान स्वरूप एक नंबर दिया जा रहा है जिससे दुर्घटना व अपराध में पहचान की जा सके और अनावश्यक किसी निर्दोष को परेशान ना होना पड़े और अपराध को रोका जा सके साथ ही आप लोगों को चलने के लिए रूट निर्धारित कर दिया गया है जिसके हिसाब से आप लोग चलेंगे और नगर में जाम की समस्या दूर होगी। लेकिन अचानक से हुई इस कार्यवाही पर टोटो चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया उनका कहना था कि जबरन हम लोगों की टोटो को कोतवाली में क्यों खड़ा करा दिया गया हमारी टोटो को वापस किया जाए जिससे अफरा तफरी का माहौल घण्टो तक चलता रहा और जब नंबरिंग कर वाहनों को छोड़ा जाने लगा तब सभी आश्वस्त हुए और शांत हुए।