- महाप्रबंधक नाबार्ड , उप महाप्रबंधक नाबार्ड व टेक्निकल कंसल्टेंट हेड ने किया निर्माणाधीन कनहर सिंचाई परियोजना दौरा।
- चीफ इंजीनयर , सुपरिटेंडेंट इंजीनियर से जानी कार्य प्रगति।
दुद्धी- सोनभद्र
जितेंद्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात
दुद्धी/ सोनभद्र| महाप्रबंधक नाबार्ड उत्तर प्रदेश शंकर पांडेय ,उपमहाप्रबंधक श्रीनाथ तथा परियोजना के टेक्निकल कंसल्टेंट एके सिंह ने आज बहुद्देशीय ,बहुप्रतीक्षित कनहर सिंचाई परियोजना का दौरा किया ,दौरे के दौरान उन्होंने चीफ इंजीनियर हर प्रसाद व अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार व सीमांत कुमार के साथ गोपनीय मीटिंग ली और कार्य प्रगति को जाना,इसके बाद नाबार्ड की टीम मुख्य बांध स्पिलवे पहुँची जहाँ बांध के ऊँचाई व गेट आदि के बारे में जानकारी ली अधिसाशी अभियंता विनय कुमार व सहायक अभियंता संजय गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि बहुत जल्द ही गेट लगाने का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा ,वहीं बांध की दायीं रॉक फील ( कंपोजिट सेक्शन) काम जल्द शुरू हो जाएगी उसके बाद मुख्य बांध पूर्ण कर लिया जाएगा|
इसी दौरान साथ बायीं व दायीं नहरों की खुदाई का काम शुरू है जिसमें धन आते ही रफ्तार तेज कर दी जाएगी|इसके बाद अधिकारियों की टीम बायीं तरफ के रॉक फील को देखा और कच्ची बांध की पिचिंग वर्क का भी मुआयना किया| महाप्रबन्धक नाबार्ड शंकर पांडेय ने कहा कि बांध देखने का उद्देश्य यह है कि कार्य की प्रगति से चल रही या नही, कहा कि पैसा की कोई कमीं नही है ,सरकार अगर पैसा की मांग कर तो दो दिनों में पैसा दे देंगे,लेकिन कोई परियोजना केवल पैसे से नही पूरी होती ,इसमें कार्य की प्रगति भी समय समय पर देखना होता है कि सदुपयोग हो रहा है कि नही ,उन्होंने कहा कि 2022 के बरसात तक यह शुरू हो जाएगी,नहरों की खुदाई के लिए पर्यावारण व वन विभाग की हरी झंडी मिल गयी है वन विभाग को बस लैंड ट्रांसफर करना बाकी है, एक्वाडक्ट( जलसेतु) क्रासिंग के लिए रेलवे का भी क्लियिरेन्स संभवतः एक माह में मिल जाएगी,इसके लिए उच्च स्तरीय बैठक रेलवे के उच्च अधिकारियों के साथ जल्द सम्पन्न होगी।
कहा कि लगभग 90 प्रतिशत भूमि संपादित हो चुकी है ,जितना खर्च होना था हो चुका है |काम और जोर से होता लेकिन कोरोना था , असमंजस की स्थिति थी ,सारे सावधानी में चल रहे थे , 3 माह काम 0 लेबल पर चला होगा फिर उसके बाद काम तेजी से चल रहा है| कारदायी संस्था तेज रफ्तार से काम कर रहे है।इतना बड़ा प्रोजेक्ट मैंने पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार को दिया ,इसमें दो बार फंडिंग हो चुकी है।
आगे उन्होंने बताया कि सरयू नहर ,मध्य गंगा ,अर्जुन सहाय और कनहर मुख्य परियोजना है जो नाबार्ड से पोषित है जो उत्तर प्रदेश में क्रांति कर देंगे, बताया कि जो हम 2022 कह रहे है वह 2021 के अंत तक पूर्ण हो जाएगी।उन्होंने कार्य की प्रगति को देखकर संतोष जताया| बताया कि 2239.33 करोड़ के सापेक्ष 1962.55 करोड़ रुपये दिसम्बर 20 तक खर्च हो गए| और परियोजना को नाबार्ड की तरफ से दो किस्तों में पहली किस्त 727 व दूसरी क़िस्त 1038 करोड़ की जारी की जा चुकी है|कुल1765.32 करोड़ रुपये दिया जा चुका है।
कुल देय बजट का 87 फीसदी खर्च हुआ हुआ है| नाबार्ड को अभी 3-4 सौ करोड़ रुपये और देने है| इस मौके पर अधिशासी अभियंता मोइनुद्दीन,सत्यप्रकाश चौधरी, रामगोपाल ,सहायक अभियंता राजकुमार जायसवाल,नरसिम्हा ,आशुतोष मिश्रा ,सियाराम अवर अभियंता राजेश कुमार, डीके कौशिक, श्रवण कुमार, हीरो प्रजापति कार्यदाई संस्था के डीजीएम वर्मा ,सत्यनारायन राजू व भास्कर सहित संबन्धित उपस्थित रहे।
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