November 23, 2024 1:59 AM

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प्रधान के करतूत गिनाने लगे ग्रामीण, किया जांच और कार्यवाही की मांग।

बभनी थाना क्षेत्र अंतर्गत म्योरपुर ब्लॉक के अहिरबुढ़वा गांव में आज सोनप्रभात टीम बभनी के द्वारा ग्रामीणों की शिकायत और सुझावों पर विशेष कवरेज देखे विस्तृत रिपोर्ट –

  • – ग्राम प्रधान इन्द्रदेव यादव व ग्राम सचिव विजय यादव, दोनो सपा समर्थित नेता हैं- ग्रामीणों पर धौस जमाकर ग्रामीणो को किया जा रहा प्रताड़ित।

बभनी- सोनभद्र

उमेश कुमार- सोनप्रभात

बभनी।थानाक्षेत्र अंतर्गत विकास खण्ड म्योरपुर के ग्राम सभा अहिरबुढ़वा में शौचालय में गढ्ढे खुदवाकर मजदूरी न देने सहित अनेक प्रकार के मामलों पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा। जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रताड़ित करने सहित कई मामलों का पर्दाफाश कर कार्यवाही की मांग किया हैं।

  • आवास योजना में लिया गया घूस और ग्रामीणों को मिल रही धमकी-

ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगो से आवास योजना में लाभ दिलवाने के नाम पर भी 2000 रुपए से 5000 तक का घूस लिया गया और बोला गया कि “इस बात का अगर कही खुलासा हुआ तो फर्जी तरीके से हम तुम सभी नेतागिरी कर रहे लोगो को किसी मामले में फसाकर पुलिस थाना के साथ मिलकर तबाह कर देंगे और जेल भी जाना पड़ जाएगा।”

  • आइए जानते हैं! अहिरबुढ़वा में क्या है पूरा मामला-

ग्रामीणों की लगातार शिकायत पर भाजयुमों मण्डल अध्यक्ष बभनी अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ अहिरबुढ़वा गांव के मनरुटोला में पड़ताल करने पहुँचे – “कई ग्रामीणो द्वारा शिकायत बताने के दौरान आंखों से उनका दर्द छलक पड़ा।”

  • आवास योजना का लाभ देने के नाम पर प्रधान और सचिव दोनो की मिलीभगत से ग्रामीणों से किया गया धनउगाही- कौन है जिम्मेदार?

स्थानीय कार्यकर्ता व ग्रामीणों की आवाज बुलंद कर रहे राजेश कुमार देहाती ने बताया कि यहां के स्थानीय लोगो को लुभावने वादों के साथ आवास और शौचालय देने के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से 5000 रुपये लिया गया है, जिसे लेकर हम सब ग्राम प्रधान के क्रियाकलापों से त्रस्त है।वही स्थानीय कुछ लोगो ने बताया कि आवास देने के नाम पर ग्राम पंचायत सचिव विजय यादव के द्वारा 5000 रुपए से 7000 तक गरीबो से धनउगाही किया गया है।


मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छता अभियान भी इस गांव में मजाक बन कर रह गया है। कई शौचालय निर्माण हुए भी है, तो उनके गड्ढे ही नही है और गड्ढे हैं तो उनपर ढक्कन नही।

वही ग्रामीणों ने बताया कि गांव में प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे शौचालयों का गड्ढा लाभार्थियों से मजदूरी देने को बोलकर बनवाया गया लेकिन आज तक गड्ढे में किए गए काम का मजदूरी नही दिया गया ऐसा भी आरोप स्थानीय ग्रामीणों ने लगाया है।


ग्रामीणों का दर्द इस बात को बयां करती है, कि इस गांव के विकास को लेकर ग्राम प्रधान,ग्राम सचिव व जिम्मेदार लोगों द्वारा कितना विकास को रफ्तार दिया गया है।
उक्त कार्यो में ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जांच की मांग किया है।

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