सोनप्रभात लाइव
(जिला प्रशासन एवम जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण दुर्घटना से हो रही है मौतें)
(हाईवे और फ्लाईओवर पर जब तक सुरक्षा के सभी मानक पूर्ण ना हो टोल टैक्स वसूली बंद हो)
सोंनभद्र। वरिष्ठ अधिवक्ता/पत्रकार समाज सेवी एवम सँयुक्त अधिवक्ता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने सोंनभद्र में हो रही दुर्घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया ब्यक्त करते हुए कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवम सोंनभद्र के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की है। सोंनभद्र में दुर्घटना के कारण हो रही मौतों के पीछे कही ना कही जिला प्रशासन एवम जनप्रतिनिधियों की उदासीनता है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यालय पर फ्लाईओवर एवम हाईवे सपा सरकार के समय ही बना था पर आधा अधूरा बना कर ही परिवहन के लिए खोल दिया गया और मनमाना टोल टैक्स वसूला जाने लगा। कोई भी फ्लाईओवर बनता है तो उस पर दुर्घटना से बचाव के लिए प्रकाश के साथ साथ किनारे किनारे मजबूत रेलिंग की ब्यवस्था की जाती है। जगह जगह मोड़ पर बोर्ड पर घुमाव के चिन्ह अंकित किये जाते हैं और साथ ही फ्लाईओवर या सड़क पर बालू गिट्टी जो ट्रकों द्वारा ओवरलोड ले जाते हुए गिराए जाते हैं उसकी नियमित सफाई की भी ब्यवस्था फ्लाईओवर के संविदी संस्थान को करनी पड़ती है पर इस पर कोई ध्यान नही देता। बरसात के समय जब पानी बरसता है तो फ्लाईओवर की सर्विस रोड से चाहे पैदल, चाहे मोटरसाइकिल चाहे कार से लोग गुजरते हैं उनके ऊपर गन्दा पानी गिरता रहता है। श्री मिश्र ने कहा कि इस संबंध में मेरे द्वारा और कई संस्थाओं द्वारा पूर्व में कई बार पत्र लिखकर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित करवाया गया पर किसी ने भी ना तो इस पर ध्यान दिया और ना ही अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। फ्लाईओवर पर और जनपद के ऊबड़खाबड़ मेंन हाईवे पर जब कोई मौत होती है किसी का बेटा किसी का पति या किसी का पिता मरता है तो कुछ दिनों के लिए जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन कुछ सक्रियता दिखाते हैं और प्रमुखता से समाचार प्रकाशित करवा कर अपना अपना स्वार्थ सिद्ध करते है। कमोबेश यही हाल चोपन सोन नदी के पुल का भी है। पुराना पुल जर्जर हो चुका है और नया पुल इतना संकरा है कि उस पर भी आये दिन लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।श्री मिश्र ने कहा कि मैं जनप्रतिनिधियों से एवम जिला प्रशासन सोंनभद्र से मांग करता हूँ कि जब तक सोंनभद्र के सभी फ्लाईओवर पर सुरक्षा के सारे मानक पूरे ना कर लिए जाए और हाइवे पूरी तरह गड्ढा मुक्त ना हो जाये तब तक वाहनों से टोलटैक्स वसूली बंद करवा दे तभी हाइवे बनाने वाली कंपनी हाईवे और फ्लाईओवर के सुरक्षा के आवश्यक मानकों को पूर्ण करेगी। अन्यथा सोंनभद्र के हाईवे पर दुर्घटना के कारण हो रही मौतों की सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की होगी।