दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी – सोन प्रभात
👉 मुख्यमंत्री, जल शक्ति मंत्री, प्रभारी मंत्री जिला अधिकारी को कई बार जनहित में विधायक ने लिखा पत्र।
दुद्धी सोनभद्र तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत फुलवारी की लगभग 5000 की आबादी समूही नाला बंधे के टूट जाने के कारण और बंधी का रखरखाव बंधी डिवीजन द्वारा नहीं किए जाने से जनमानस में भयंकर आक्रोश व्याप्त है, जबकि इस संदर्भ में जल शक्ति मंत्री, माननीय मुख्यमंत्री महोदय, से लेकर जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र आदि को कई बार पत्रक विधायक हरिराम चेरो द्वारा लिखा गया।
परंतु सिंचाई विभाग बंधी डिवीजन के समुचित सहयोग ना और विभाग द्वारा गंभीरता पूर्वक नहीं लिए जाने के कारण स्टीमेट बनने के बाद भी सिर्फ आश्वासन मिला है और आज तक धन अवमुक्त किसी कार्यदायी संस्था को नहीं कराया जा सका है, बंधी के माध्यम से हजारों एकड़ जमीन सिंचाई के बाद उपजाऊ भूमि द्वारा जहां फसलें हरी-भरी रहती थी आज सूखे में तब्दील हो रही है , खेतों की सिंचाई के लिए प्रकृति पर आश्रित होना पड़ रहा है, आजादी के 75 वर्षों के बाद भी उच्च अधिकारियों के उपेक्षा के कारण बंदी का अब तक नहीं कराया जा सका है निर्माण, और जनता गर्मी के दिनों में चुआड़, नाले का पानी पीने के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है, जनता के द्वारा चुनी हुई सरकार जब जनता के काम ना आए तो उसे क्या कहा जाए पूर्ववर्ती सरकार में यह बंधी टूटा है और लगभग 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी और कई पत्राचार संबंधित अधिकारियों से लेकर मंत्रालय तक किए जाने के बाद भी ग्राम वासियों की बेबसी, पीड़ा, दर्द कम नहीं हो सकी है और आवागमन का मार्ग भी क्षतिग्रस्त है मीडिया की पड़ताल में ग्रामीण पुन्नू राम उम्र लगभग 70 वर्षीय की माने तो गर्मी के दिनों में 21वीं सदी में पानी खोज के पीना पड़ता है, उमेश कुमार ने बताया कि सरकारी अधिकारियों की उपेक्षा के कारण बंधी का निर्माण नहीं हो रहा और कोई अधिकारी इसकी सुध नहीं ले रहा, वहीं डॉ विनय कुमार श्रीवास्तव से इस बाबत जब मीडिया द्वारा पूछा गया तो हैरान करने वाला तथ्य सामने आया।
चिकित्सक के द्वारा बताया गया कि पूर्ववर्ती सरकारों में उपेक्षा का शिकार यह बंधी रहा है और माननीय विधायक हरिराम चेरो जी के द्वारा के पहल पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश शासन, माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश शासन व माननीय जल शक्ति मंत्रालय उत्तर प्रदेश, प्रभारी मंत्री जिला सोनभद्र आदि मंत्रालय को कई पत्रक प्रेषित किया गया है, मंत्रालय के द्वारा कार्यदाई संस्था को धन अवमुक्त नहीं किए जाने के कारण बंधी का निर्माण कार्य अब तक नहीं किया जा सका है, जबकी विभाग को पूर्व में ही स्टीमेट बनाकर प्रेषित किया जा चुका है, इस प्रकार बंधी निर्माण में जानबूझकर लापरवाही विभाग द्वारा की जा रही है और जन भावनाओं की उपेक्षा की जा रही है, अगर बंधी का निर्माण हो जाए तो सरकारी संपत्ति का जो कई बीघे में है संरक्षण होगा, जलाशय में पानी होने के कारण जीव जंतुओं के लिए भी संजीवनी का कार्य करेगा बंधी, साथ ही मत्स्य पालन, नहरों के माध्यम से बंजर जमीन की सिंचाई, गर्मी के दिनों में जानवरों के लिए पीने का पानी, साथ ही कई बीघे के इस लावारिस पड़े भूभाग पर बंधी निर्माण के बाद जल संरक्षण कर हैंडपंपों व नदियों आदि का जल स्तर बढ़ेगा, शासन की पहल पर पर्यटन का केंद्र बिंदु बन सकता है। सामूहिक नाला बंधी निर्माण, माननीय मुख्यमंत्री महोदय, जल शक्ति मंत्रालय, जिलाधिकारी महोदय, प्रभारी मंत्री जिला सोनभद्र जन भावनाओं का सम्मान करते हुए जनहित में बंधी का निर्माण शीघ्र कराएं,ग्राम रजखड़ में बंधी डिवीजन की लापरवाही से जर्जर बंधी का निर्माण नहीं हो पा रहा है जवाबदेही तय हो तभी जनता के द्वारा चुनी हुई सरकार जन भावनाओं के आकांक्षा और विश्वास पर खरा उतर पाएगी और मजबूत लोकतंत्र का निर्माण हो सकेगा।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.