रेनुकूट / बभनी – सोनभद्र
उमेश कुमार / एस0के 0गुप्त”प्रखर” सोनप्रभात–
- पति को दीर्घायु होने की प्रार्थना के साथ महिलाओं ने करवा चौथ व्रत का किया समापन।
बुधवार को करवा चौथ व्रत में निराजली व्रत रहकर चांद का दीदार किया और फिर अपने पति रूपी सूर्य की सलामती के लिए मंगलकामनाएं की।
सुहागिनों का बहुप्रतीक्षित निर्जला करवा चौथ का व्रत रखकर महिलाओं ने पति की सलामती एवं उन्नति की कामना की। जिसके बाद शाम को चांद निकलने से पहले पूजन-अर्चन किया और चंद्र दर्शन के बाद सुहागिनों ने व्रत तोड़ा और पति व अपने बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके एवज में पति ने अपनी पत्नी को उपहार भी दिए।
वही बुधवार को होने वाले इस पर्व पर महिलाओं ने ”जब तक गंगा-जमुना में पानी रहे,, तब तक मेरे सजना की जिंदगानी रहें कि कामना के साथ सुहागिनों ने अपने सुहाग की लम्बी उम्र के लिए व्रत रखा। करवा चौथ पर सुहागिनों ने रंग-बिरंगे परिधान पहन, आभूषण पहन कर तथा विविध प्रकार के श्रृंगार के साथ करवा चौथ की पूजा की। चौथ के दिन करवा की पूजा सुहागिनें अकेली नहीं कर सकती हैं।
दो सुहागिनें आपस में करवा बदलती हैं और देवी से अपने अखंड सुहाग की रक्षा के लिए उनका पूजन अर्चन करती हैं।
करवा चौथ का व्रत रख रही महिलाओं का मानना है , कि करवा चौथ पर चंद्रमा उदय होने के बाद सुहागिनें इनकी विधि विधान से पूजा अर्चना करती हैं तथा चलनी से चांद का दीदार करती हैं। उनका कहना है कि इसके बाद व्रत तोड़ते हुए पति के हाथों से ही जल और फल ग्रहण करती हैं। बाद में करवा चौथ के अवसर पर तैयार विविध व्यंजन खाती हैं।
करवा चौथ पर महिलाओं ने परंपरा के अनुसार सुबह श्री गणेश भगवान, शिवजी एवं मां पार्वती की पूजा की। महिलाओं का मानना है कि इससे अखंड सौभाग्य, यश एवं कीर्ति की प्राप्ति होती है। सुहागिनों ने चंद्रमा की पूजा के बाद पति को प्रणाम किया, जिस के बदले पति ने अपनी पत्नी को आशीर्वाद दिया। पतियों ने पत्नी को जल पिलाकर व मिष्ठान खिलाकर आशीर्वाद देने के साथ उपहार भी दिए।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.