June 23, 2025 3:57 PM

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मून स्टार इंग्लिश स्कूल में दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन, आधुनिक शिक्षण तकनीकों पर हुई विस्तृत चर्चा.

  •  शिक्षकों ने सीखा तकनीक, नवाचार और नई शिक्षा नीति के साथ चलने का मार्ग।

म्योरपुर, सोनभद्र डेस्क/ सोन प्रभात

मून स्टार इंग्लिश स्कूल, म्योरपुर में आयोजित दो दिवसीय सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज सफलतापूर्वक समापन हो गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को नई शिक्षा नीति, आधुनिक तकनीकी साधनों और कक्षा शिक्षण में नवाचार के साथ अद्यतन करना था।

पहला दिन: तकनीक और नीतिगत ज्ञान पर केंद्रित सत्र

कार्यक्रम के पहले दिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और पाइथन प्रोग्रामिंग जैसे समकालीन विषयों पर विस्तार से प्रशिक्षण हुआ।

आशीष गुप्ता ने “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और शिक्षा में इसका उपयोग” विषय पर कार्यशाला ली। उन्होंने बताया कि AI कैसे शिक्षकों का सृजनात्मक सहायक बन सकता है, और शिक्षा को ज्यादा व्यक्तिगत, इंटरएक्टिव और सटीक बना सकता है।

तुषार पांडे ने “पाइथन प्रोग्रामिंग” पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया, जिसमें शिक्षकों को कोडिंग के बुनियादी सिद्धांतों और शिक्षा में इसके उपयोग पर जानकारी दी गई। NEP 2020 पर दीपक राय और प्रियंका श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत सत्र में नई शिक्षा नीति के मुख्य स्तंभों, जैसे कि कौशल विकास, अनुभवात्मक अधिगम, और मातृभाषा आधारित शिक्षा पर गहन चर्चा हुई।


दूसरा दिन: गतिविधि-आधारित शिक्षण और रणनीतियों पर केंद्रित सत्र

दूसरे दिन की शुरुआत Ms. Jaya Singh (PGT Chemistry) के सत्र से हुई, जिनका विषय था — “Modern Classroom Teaching with Activities”
उन्होंने रसायन जैसे जटिल विषय को भी विद्यार्थियों के लिए सरल और रोचक बनाने के लिए गतिविधि आधारित शिक्षण (Activity-Based Learning) की महत्ता बताई। उन्होंने कुछ वैज्ञानिक प्रयोग, मॉडल आधारित लर्निंग, ग्रुप प्रेजेंटेशन और माइक्रो लैब एक्टिविटीज के उदाहरण साझा किए, जिससे छात्रों में विषय के प्रति जिज्ञासा और भागीदारी को बढ़ाया जा सके।

इसके बाद Mrs. Sakhsee Rai (PGT English) ने इसी विषय पर अंग्रेजी शिक्षण के संदर्भ में कार्यशाला दी।
उन्होंने बताया कि अंग्रेजी जैसी भाषा को रटने के बजाय बोलचाल, संवाद, भूमिका-निर्माण (role-play), स्टोरीटेलिंग और ऑडियो-विजुअल संसाधनों के माध्यम से बच्चों को आत्मविश्वास से भरपूर बनाया जा सकता है। उन्होंने कक्षा में “literary circles”, “debate clubs” और “creative writing prompts” जैसी गतिविधियों को लागू करने के तरीके समझाए।

समापन सत्र: शिक्षा को नई दिशा देने वाला संवाद

कार्यक्रम का समापन विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रूपा मिश्रा द्वारा आयोजित प्रेरणादायक सत्र से हुआ।
उनका विषय था — “Teaching Strategies for Future-Ready Classrooms”
इस सत्र में उन्होंने दोनों दिनों के समस्त सत्रों का सार प्रस्तुत करते हुए बताया कि शिक्षकों को अब पारंपरिक पद्धतियों के साथ-साथ डिजिटल, व्यवहारिक और छात्र-केंद्रित शिक्षण तकनीकों को अपनाना होगा।

उन्होंने कुछ प्रमुख रणनीतियां साझा कीं:
✅ माइक्रो टीचिंग और सहकर्मी मूल्यांकन
✅ मल्टीमीडिया और डिजिटल बोर्ड आधारित शिक्षण
✅ मूल्य आधारित शिक्षा और समावेशी कक्षा का निर्माण
✅ सतत मूल्यांकन के लिए तकनीकी टूल्स का उपयोग
✅ NEP 2020 के अनुरूप लचीलापन और वैयक्तिकरण उन्होंने कहा,

“एक शिक्षक की सफलता अब केवल पाठ्यक्रम समाप्त करने तक सीमित नहीं, बल्कि छात्रों में सोचने, समझने और आत्मनिर्भर बनने की क्षमता विकसित करने में है।”

विद्यालय प्रबंधक मृणाल रोशन श्रीवास्तव का वक्तव्य:

“इस दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य केवल ज्ञानवर्धन नहीं, बल्कि शिक्षकों को समय के साथ कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार करना था। आज जब शिक्षा का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, ऐसे में हमारा प्रयास है कि हमारे शिक्षक आधुनिक तकनीकों, नई नीति और नवाचारों से युक्त होकर कक्षा में प्रवेश करें। मून स्टार इंग्लिश स्कूल का हर शिक्षक एक लीडर है, और यह प्रशिक्षण उस नेतृत्व को और सशक्त बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।”

शिक्षकों की प्रतिक्रिया

प्रशिक्षण में भाग ले रहे शिक्षकों ने इसे अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया। कई शिक्षकों ने कहा कि यह प्रशिक्षण उन्हें नए शिक्षण उपकरण और दृष्टिकोणों से लैस करने वाला रहा।

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मून स्टार इंग्लिश स्कूल में दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन, पहले दिन AI और NEP 2020 पर रही विशेष चर्चा.

 

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