म्योरपुर/पंकज सिंह
म्योरपुर स्थानीय कस्बा मे अंजुमन कमेटी के बैनर तले शुक्रवार को मुस्लिम बन्धुओ ने बारावफात का जलूस शांति के साथ पुरे कस्बे मे धुमाया जलूस मस्जिद से निकल पुरे गाँव मे भर्मण करने के बाद पुनः मस्जिद पर जा कर समाप्त हो गयी

इस दौरान मुस्लिम बन्धुओ ने जलूस मे धूम रहे भाइयो के लिए नास्ते एव बिरयानी का प्रबंध कर के रखा था मस्जिद के मौलाना मुहम्मद मंजर आलम ने बताया मुसलमान रबी-उल-अव्वल महीने की 12 तारीख को बारावफात मनाते हैं, जिसे ‘ईद-ए-मिलाद-उन-नबी’ या ‘मौलिद’ भी कहा जाता है, क्योंकि इसी दिन पैगंबर मुहम्मद साहब का जन्म और निधन दोनों हुआ था. ‘बारावफात’ शब्द में ‘बारह’

रबी-उल-अव्वल की 12 तारीख को दर्शाता है और ‘वफ़ात’ का अर्थ इंतकाल या मृत्यु है. इस दिन का मुख्य संदेश पैगंबर मुहम्मद की शिक्षाओं को अपनाना और मानवता की सेवा करना है, हालांकि इसे कुछ समुदायों में उत्सव और जुलूस के रूप में मनाया जाता है, वहीं कुछ इसे सादगी और इबादत के साथ मनाते हैं. सदर मु. अयूब अली, इरफ़ान खान, मु.सलीम, मु नजीर हुसैन,आँशु अंसारी, सफीक, छोटन, शिबू, एजाज, हक्कीक, सलमान अली, टीपू, आदि मौजूद रहे

