डाला/अनिल कुमार अग्रहरि/सोनप्रभात
जनपद सोनभद्र में इन दिनो माफिया का कब्जा बढ़ता ही जा रहा जहां बालू के आवंटन के साथ ही कुछ नियमों को लागू किया गया था जिसके अंतर्गत सेमी मैकेनाइज्ड मशीनों का इस्तेमाल अर्थात आदि मशीन तथा आदि स्थानीय मजदूरों के साथ बालू खनन का काम करने के निर्देश दिए गए थे जिसके तहत स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिल सके किंतु खनन माफिया स्थानीय स्तर पर एक भी मजदूर को रोजगार नहीं दे सके नतीजतन बेरोजगारी चरम पर है और सोनभद्र से लगातार युवा सोनभद्र छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं तो वहीं दूसरी ओर अवैध खनन माफिया नियमों को तक पर रखकर मानकों की अनदेखी करते हुए सीमाओं के काफी दूर जाकर नदी तल के भीतर से अवैध बालू का काला कारोबार कर रहे हैं ऐसा भी नहीं कि अधिकारियों को मामले की जानकारी नहीं मगर कुछ भ्रष्ट
अधिकारी लगातार सरकार की नीतियों को पलीता लगाते हुए खनन माफियाओं को सह दे रहे हैं जिसके चलते लगातार बेखौफ खनन माफिया नियमों को तक पर रखकर हेवी मशीनरी का इस्तेमाल करते हुए सोन नदी के स्वर्णिम भविष्य को चौपट करते हुए नदी तल से बालू का अवैध खनन का काला कारोबार बदस्तूर जारी किए हुए हैं अब देखना यह होगा कि इन खनन माफियाओं पर कब लगेगी लगाम या ऐसे ही सोने की नदी तल से जीव जंतुओं के साथ अपार भंडार को ऐसे ही खाली करते रहेंगे खनन माफिया