संपादकीय / आशीष गुप्ता – सोन प्रभात
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अपनी पहली लिस्ट जारी की है, कुल 195 सीटों के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची भाजपा ने जारी कर दी है। इसमें यूपी के 51 प्रत्याशियों का नाम घोषित किया गया है। रॉबर्ट्सगंज सोनभद्र लोकसभा की बात करें तो अभी यहां की सीट पर संशय बरकरार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से वाराणसी सीट से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा की पहली लिस्ट में 34 केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं, भाजपा की पहली लिस्ट में 28 महिलाएं हैं, 50 से कम उम्र वाले 47 युवा उम्मीदवार हैं, अनुसूचित जाति से 27, अनुसूचित जनजाति से 18 और पिछड़ा वर्ग से 57 उम्मीदवार शामिल हैं।
दुद्धी विधानसभा में होना है उप चुनाव, प्रत्याशियों को लेकर क्या है गुणा गणित?
लोक सभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश के दो विधानसभा में उप चुनाव भी होने हैं, जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा का विषय उत्तर प्रदेश का अंतिम विधानसभा 403 दुद्धी है। राम दुलार गोंड पूर्व विधायक को बलात्कार (पॉक्सो ) के दोषी करार दिए जाने के बाद इस विधानसभा में उप चुनाव सुनिश्चित है।
चर्चाओं में हैं कई चेहरे, आइए जानते हैं कुछ चर्चित नामों को
दुद्धी विधानसभा में पिछले चुनाव में भाजपा को अप्रत्याशित जीत मिली थी और कई सालों के बाद यहां कमल खिल पाया था। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में रामदुलार गोंड विधायक बने थे, लेकिन बलात्कार का दोष सिद्ध होने के बाद उनको जेल होती है और दुद्धी विधानसभा सीट रिक्त हो जाती है। प्रत्याशियों की बात करें तो दुद्धी विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति आरक्षित है। जाति समीकरण के आधार पर गोंड और खरवार नेता में से ही भाजपा अपना प्रत्याशी चुनेगी, चर्चाओं या धारणाओं की मानें तो गोंड प्रत्याशी ही भाजपा का चेहरा होगा ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं । कुछ नाम हैं जो लगातार चर्चाओं में हैं – दुद्धी विधानसभा से श्रवण सिंह गोंड, नंदलाल गोंड, सुषमा सिंह गोंड, रामविचार गोंड, जीत सिंह खरवार, शारदा खरवार समेत कुछ और नाम ज्यादा चर्चा में हैं। भाजपा इन्ही में से ही किसी एक को प्रत्याशी चुनेगी इस तरह के चर्चाएं आपको चट्टी चौराहों पर सुनने को मिल जायेगी।
सबसे ज्यादा चर्चा किसकी?
थोड़ा विस्तार से प्रत्याशियों पर बात की जाए तो सोन प्रभात के राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार श्रवण सिंह गोंड (पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष जनजाति मोर्चा) भाजपा की पहली पसंद हो सकते हैं। पार्टी से नजदीकियां साथ ही श्रवण सिंह गोंड का दुद्धी विधानसभा से काफी पुराना और मजबूत संबंध इनकी दावेदारी को और मजबूत बनाता है। जनजाति समाज के अलावा अन्य जातियो मे भी सबसे ज्यादा पकड इनकी दिखती है। राजनीतिक विश्लेषक बताते है कि भाजपा के अलावा अन्य दलो के लोग भी पार्टी लाइन से हटकर इनका समर्थन कर सकते है। युवाओं और जनता के बीच आपकी छवि काफी प्रभावी है, जो कि इनकी दावेदारी को प्रबल बनाती है। इस प्रत्याशी के पृष्टभूमि के बारे में थोड़ा प्रकाश डालना यहां जरूरी हो जाता है। दुद्धी विधानसभा के ही धूमा गांव निवासी श्रवण कुमार सिंह गोंड का संपूर्ण शिक्षा वनवासी कल्याण आश्रम से संपन्न हुआ। सन 2004 से 2007 तक नगर और खंड प्रचारक के रूप में दुद्धी, बभनी, म्योरपुर में आपने सेवा दी। उसके बाद 2007 से 2018 तक जिला प्रचारक के रूप में दुद्धी, रेणुकूट, सोनभद्र, चंदौली में आपने सेवा किया। उसके बाद कई अहम राजनैतिक दायित्वों का निर्वहन किया, जिसकी जानकारी आप नीचे देख सकते हैं।
कोरोना काल में भी समाजसेवा बढ़ चढ़ कर आगे आने वाले में इनका नाम शुमार है। हालांकि भाजपा अपने यूनिक और अहम फैसले कैसे करती है? इससे आप भलीभांति परिचित होंगे। 2022 विधानसभा के पिछले चुनाव में भी इनका नाम चर्चाओं में था लेकिन रामदुलार गोंड पर पार्टी ने विश्वास जताया था और इस निर्णय पर तब किरकिरी हुई जब पूर्व विधायक रामदुलार गोंड बलात्कार मामले में जेल हुई। राजनैतिक धारणाओं की मानें तो उप चुनाव में भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी इसलिए भाजपा को प्रत्याशी चुनना माथे पर सिकन जैसा है। हमारे विश्लेषण के अनुसार श्रवण कुमार सिंह गोंड वो चेहरा हो सकते हैं जो उप चुनाव में भाजपा का चेहरा हो सकते हैं।
दुद्धी विधानसभा उप चुनाव में ये चेहरे भी हो सकते हैं भाजपा की पसंद
वहीं अब बात करते हैं म्योरपुर के जिला पंचायत सदस्य सुषमा गोंड की जिन्होंने ने हाल ने में ही भाजपा की सदस्यता ली है। ये भी इस उप चुनाव में भाजपा की पसंद हो सकते हैं। यह इसलिए भी कहा जा सकता है, कि महिला प्रत्याशी के तौर पर इस नाम को भाजपा आजमा सकती है। इस विधानसभा में भाजपा और सपा की कड़ी टक्कर होती है। दुद्धी विधानसभा से सबसे ज्यादा 27 वर्षों तक विधायक रहने वाले विजय सिंह गोंड सपा के प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। सुषमा गोंड निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य चुनी गई थी, लेकिन वर्तमान स्थिति में विजय सिंह गोंड के साथ पारिवारिक संबध होने के बावजूद विजय सिंह गोंड के सामने सुषमा गोंड चुनौती देने के लिए तैयार है।
अन्य तीन – चार नामों की बात करें तो जिलाध्यक्ष जनजाति सुरक्षा मंच अखिल भा० वनवासी कल्याण सेवा समर्पण संस्थान रामविचार सिंह गोंड भी प्रत्याशी के तौर पर भाजपा की पसंद हो सकते हैं । गोंड प्रत्याशी में एक और नाम है जो चर्चाओं में है नंदलाल गोंड जो कि भाजपा में क्षे० उपाध्यक्ष जनजाति मोर्चा के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। खरवार नेता में दो – तीन नाम सामने आते हैं जिसमें महिला नेता शारदा खरवार, जीत सिंह खरवार, मोहरलाल खरवार, बुद्धिराम सिंह खरवार प्रत्याशी के तौर पर हो सकते हैं। जीत सिंह खरवार भाजपा जिला मंत्री हैं, वहीं मोहरलाल खरवार म्योरपुर मंडल अध्यक्ष हैं।
इस लेख में भरसक दुद्धी विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी को लेकर लगाए जा रहे कयास और चर्चाओं के आधार पर हमने काफी कुछ साफ करना चाहा है, यह निजी और धारणाओं के आधार पर विश्लेषण है। भविष्य में जल्द ही इन सभी कयासो पर पूर्ण विराम लगेगा जब भाजपा लोक सभा और दुद्धी विधानसभा उप चुनाव का प्रत्याशी घोषित करेगी।
ऐसा है जातीय समीकरण
यूपी की आखिरी विधानसभा सीट दुद्धी एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है। यहां से विजय सिंह गोंड सात बार विधायक रह चुके हैं। इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या करीब 3 लाख 16 हजार है। इसमें से गोंड जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक 48 हजार है। इसके अलावा दलित 33 हजार, वैश्य 29 हजार, खरवार 25 हजार, ब्राह्मण 20 हजार, मुस्लिम 18 हजार, यादव 18 हजार, वैसवार 13 हजार, चेरो 12 हजार, अगरिया 10 हजार, घसिया 10 हजार, राजपूत 10 हजार और अन्य जातियां करीब 40 हजार वोटर हैं।
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