March 12, 2025 10:52 AM

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शोषण :- सार्वजनिक वितरण प्रणाली खाद्यान्न में मिलावट जोरों पर।

  • ~डोर स्टेप विंढमगंज में लागू ना होने से खाद्यान्न में मिलावट जोरों पर।
  • ~सुदूर ग्रामीण अंचलों में भोले भाले कोटेदारों को बनाया जा रहा बेवकूफ।
  • ~ मनमाना ढंग से खाद्यान्न की पैकिंग :- सूत्रों की माने तो कृषि मंडी दुद्धी में जोरों पर हो रही मिलावट।

जितेंद्र चन्द्रवंशी/आशीष गुप्ता
दुद्धी- सोनप्रभात

दुद्धी सोनभद्र। तहसील अंतर्गत सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अतिरिक्त खाद्यान्न के रूप में कार्ड धारकों को वितरित की जाने वाली अनाज में भी खाद्यान्न माफिया उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण उपक्रम सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे है।

अभी कुछ दिनों पूर्व कम अनाज देने और कार्ड धारको से 50रु0 से ₹100 तक वसूलने का मामला मैनेज हुआ ही था, कि ग्राम महुआरिया में कोटेदार रामरति से अतिरिक्त खाद्यान्न के उठान में चावल की गुणवत्ता और निजी बोरों में अनाज की पैकिंग किए जाने के बारे में जब पूछताछ की गई।

  • – आपके गोदाम में खाद्यान्न पैक बोरो में एफसीआई का उत्तर प्रदेश सरकार का होल मार्क नहीं लगा है, क्यों..??
  • – बोरों में सील फर्म का रैपर क्यों नहीं है?

तो “कोटेदार ने बताया कि मंडी से यही खाद्यान्न मुझे प्रदान कराया गया है।”

मौके पर पहुंचे ए 0आर0ओ0 प्रांजल सिंह ने भी कोटेदार से इस बाबत पूछताछ की और मौके पर बोरों में से रैपर नदारद पाया। जिसकी रिपोर्ट उप-जिलाधिकारी महोदय दुद्धी को करने की बात बताई ।

इसी प्रकार का वाक्या ग्राम बघाडू में देखने को मिला वहां भी ग्रामीणों ने कई बोरों में रैपर और उत्तर प्रदेश सरकार का होल मार्क नदारद पाया। मौके पर रद्दी मिलावटी चावल देखकर ग्रामीण भड़क गए कुछ जनप्रतिनिधि ने भी जब इस बाबत कोटेदार से बात की। जिसके प्रत्युत्तर में कोटेदार ने बताया कि मंडी समिति के गोदाम से सटे एक अलग गोदाम है। जहां से यह खाद्यान्न मुझे जिम्मेदार लोगों द्वारा प्रदान कराया गया है।

ज्ञात हो कि कतिपय लोग का कोटा की दुकान संचालक का निजी फर्म भी मंडी समिति दुद्धी में चलता है,जिसकी आड़ में अवैध खाद्यान्न पैकिंग होने की आशंका जताई जा रही है।

सूत्रों और कोटेदारों की माने तो पैकिंग मशीन द्वारा अलग बोरे में की जाती है, और वितरण के समय भोले भाले सुदूर ग्रामीण अंचल के कोटेदारों को वितरित की जाती है । इस प्रकार रद्दी खाद्यान्न सुदूर आदिवासी बाहुल्य भोली भाली ग्रामीण जनता के घरों में पहुंचाया जाता है। जहां एक ओर सरकार गरीबों के लिए भरपेट भोजन मुहैया कराने को लेकर तत्पर है वही कतिपय लोग की मिलीभगत से भ्रष्टाचार को अंजाम तक पहुंचाया जा रहा । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र कुमार अग्रहरि एवं संजीव तिवारी ने प्रकरण की जांच किए जाने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

“ज्ञात हो कि मौके पर जांच में स्वयं भाजपा नेता ने बोरों में रैपर और उत्तर प्रदेश सरकार का होलमार्क बोरा नदारद पाया है । जिसके कारण कड़ी नाराजगी जाहिर की है।”

दुद्धी तहसील अंतर्गत डोर स्टेप अर्थात खाद्यान्न का सरकारी वाहन द्वारा कोटे की दुकानों तक सरकारी मिलो से पहुंचाने का कार्य होता है, जिसमें कालाबाजारी की आशंका नहीं होती। परंतु दुद्धी तहसील अंतर्गत यह व्यवस्था नहीं लागू होने से खाद्यान्न वितरण में मनमाना कतिपय लोगों की मिलीभगत से किया जा रहा जो विशेषतः अंतर्जनपदीय संस्था से कराया जाना जनहित में अति आवश्यक है ।

अविलंब रद्दी खाद्यान्न का वितरण कोटेदारों की दुकानों से बंद कर ऐसो दुकानों को सील कर बोरो को कब्जे में लेकर त्वरित कार्रवाई की जाए । भारतीय जनता पार्टी के श्याम बिहारी और नान्हूराम अग्रहरी, दिनेश अग्रहरी एडवोकेट ने मामले की निष्पक्ष जांच कर सरकार के महत्वपूर्ण उपक्रम सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पारदर्शी तरीके से लॉक डाउन में लागू कराने की मांग की है ।

कोटे की दुकान पर पड़ताल की वीडियो: – 

 

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