म्योरपुर /पंकज सिंह
म्योरपुर स्थानीय कस्बा मे चल रही श्री राम लीला मंचन के छठवे दिन का लीला धनुष यज्ञ का लीला खेला गया लीला का शुरुवात जनक दरबार से होता हैँ

राजा जनक अपनी पुत्री सीता के विवाह के लिए एक प्रतियोगिता रखते हैं। इस प्रतियोगिता में शर्त होती है कि जो भी शिव का शक्तिशाली धनुष ‘पिनाक’ उठाकर उस पर प्रत्यंचा चढ़ा देगा, उसका विवाह सीता से होगा देश देश के राजा को जनक पुर से न्योता भेजा जाता हैँ शिव धनुष तोड़ने राजा आते हैँ जिसमे से एक राजा पेटन सरकार अपने भतीजे के साथ आकर जोर आजमाइश लगते हैँ उनका कमेटी देश श्रद्धालू खूब आनंद उठाते हैँ इसी दौरान रावण भी शिव धनुष तोड़ने आता हैँ

इसी दौरान बाड़ासुर भी आ जाते हैँ रावण बाड़ासुर से आने का उद्देश्य पूछता हैँ बाड़ासुर बताते हैँ मै शिव धनुष को प्रणाम करने आया हूँ यह कह बाड़ासुर चले जाते हैँ रावण जैसे ही शिव धनुष तोड़ने के लिए आगे बढ़ता हैँ आकशवाड़ी होता रावण तुम्हारे भगिनी को दुष्ट हरण कर के ले जा रहे हैँ जाकर रक्षा करो यह सुन रावण शिव धनुष बिना तोड़े लंका यह प्रण कर जाता हैँ

सिते एक बार तुझे लंका का सैर अवश्य कराऊंगा यह कह रावण चला जाता हैँ सभी राजा शिव धनुष को एक साथ तोड़ने जाते हैँ पर कोई राजा तोड़ना तो दूर कोई उसे हिला भी नहीं पाता यह देश जनक जी चिंतित हो कहते हैँ हे दीप दीप के राजा गण हम किसे कहे बल साली हैँ हमें आज पूर्ण विश्वास हुआ पृथ्वी बिरो से खाली हैँ
यह सुन लक्षमन जी क्रोधित हो जाते हैँ जिन्हे श्री राम जी शांत कराते हैँ गुरु विश्वा मित्र सही समय दे श्री राम को आदेश देते हैँ भगवान श्री राम अपनी असाधारण शक्ति से धनुष को उठाकर तोड़ देते हैं, जिससे वह सीता के वर चुने जाते हैं धनुष टूटने के बाद परशुराम आते हैँ टूटी धनुष देख परशुराम क्रोधित हो जाते लक्ष्मण और परशुराम के बीच वाद-विवाद होता है, जिसके बाद श्री राम शांत कराते हैं परशुराम का सांसेह श्री राम उनके धनुष पर प्रत्यँचा चड़ा कर दूर करते हैँ

इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष मोनू जायसवाल,कोषाध्यक्ष सुनील अग्रहरी (गोटया जी)मनदीप, आशीष अग्रहरी, राम लीला का मीडिया प्रभारी पंकज सिंह,जय सोनी श्यामू, रामु, अंकित अग्रहरी, प्रकाश अग्रहरी, ह्रदय अग्रहरी, प्रीतम सोनी, आनंद तिवारी वालेंटियर प्रमुख अलोक अग्रहरी अपने टीम के साथ एव तमाम कमेटी एव मंडली के कार्यकर्ता मौजूद रहे


