म्योरपुर/ सोनभद्र – पंकज सिंह / सोन प्रभात

म्योरपुर में चल रहे श्री रामलीला के सातवे दिन शनिवार की रात्रि में सूर्पनखा की नाक कटने, सीता हरण व जटायु प्रसंग का मनमोहक मंचन किया गया। लीला की शुरुवात पंचवटी में रावण की बहन सूर्पनखा विचरती हुई पहुंचती है। राम लक्ष्मण को देखकर मोहित हो जाती है। वह राम व लक्ष्मण से बारी-बारी से विवाह का प्रस्ताव देती है दोनों राजकुमार मना कर देते हैं ,कहते हैं कि उनकी शादी हो चुकी है, ऐसे में दूसरी शादी नहीं कर सकते उन्हें मनाने के लिये सूर्पनखा नृत्य करती है फिर भी राजकुमार नही मानते तो वह गुस्से में सीता की ओर झपटती है तो लक्ष्मण जी सूर्पनखा का नाक काट देते हैं। वह खर दूषण के पास जाती है बुआ की कटी नाक देख खर दूषण राम और लक्ष्मण से युद्ध करने जाते है और बीर गति को प्राप्त हो जाते है।

भतीजे के मौत के बाद सूर्पनखा रावण के पास जाती है और आपबीती बताती है। रावण सोच में पड़ जाता है। वह सोचता है कि खरदूषण का मारा जाना कोई साधारण बात नहीं है।इसके मतलब रामा औतार हो गया है वह श्रीराम से बैर बाधकर पूरे कुल का उद्धार करने की सोचता है। अपने मित्र मारीच को रावण माया मृग बनकर पंचवटी में जाने को कहता है। सीता मैया श्रीराम को उस मृग को लाने को कहती हैं।

राम और लक्ष्मण माया मृग के पीछे चले जाते हैं। इसी बीच रावण साधु का वेश बनाकर आता है और सीता का हरण कर ले जाता है।हरण कर कर ले जाते वक्त गिद्ध राज जटायु रावण को रोकने का प्रयास करते है पर रावण द्वारा जटायु का पंख को काट दिया जाता है हजारो की संख्या में राम लीला मंचन देखने आए ग्रामीण भाव विभोर हो जाते है उधर सुरक्षा के दृष्टि से म्योरपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक दीपेंद्र सिंह थाना क्षेत्र के गांव में चक्रमण करते नजर आए। इस दौरान हिंडाल्को विकास विभाग के अधिकारी विकास कुमार

को कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता,उपाध्यक्ष पंकज सिंह,सहकोषाध्यक्ष संदीप अग्रहरी,मंत्री राज अग्रहरी द्वारा अंग वस्त्र भेट कर समानित भी किया गया बता दे कि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कमेटी के आर्थिक मद्दत की जाती है इस दौरान मंडली के अध्यक्ष सत्यपाल सिंह,अंकित कुमार,रंजन,सुनील,श्यामू, रामु,वालेंटियर प्रमुख आलोक अग्रहरीआदि कलाकार मौजूद रहे।

