संपादकीय – आशीष कुमार गुप्ता “अर्ष” – सोन प्रभात
” हैलो! हमारी बात भोला राम जी से हो रही है, आपको बताना है, कि 50 हजार नंबरों में से आपका मोबाइल नंबर चुना गया है। बहुत खुशी हो रही है बताते हुए कि फजीहत कम्पनी के एक लकी कॉन्टेस्ट में आप 20 लाख रु0 या फिर एक लग्जरी कार जीत चुके हैं। एक – दो छोटे प्रक्रिया है इसके बाद आपको आपका पुरस्कार आपको मिल जायेगा।
भोला राम : धन्य हो प्रभु! आखिर कृपा बरस ही गई ईश्वर की मेरे ऊपर। “मुझे क्या करना होगा ?
आपको कार चाहिए या नगद राशि? रजिस्ट्रेशन/ सुविधा शुल्क आपको मात्र 8 हजार रु0 सिर्फ कंपनी के खाते में डालना है, उसके बाद आपकी पुरस्कार राशि आपके खाते में पहुंच जाएगी।”
भोला राम जैसे कई लोग इस प्रकार ऑनलाइन ठगी का शिकार हो चुके हैं, और कितने भोला राम हो भी सकते हैं। कुछ इसी प्रकार के फोन कॉल आपका ब्रेन वॉश करने का माद्दा रखते हैं, भोला राम 8 हजार रु0 खो कर आज भी कार के इंतजार में सड़कों की तरफ कातर निगाहों से देखता रहता है। तरीके फजीहत कंपनियों के बदल सकते हैं, रकम आपके आय के अनुसार कम – ज्यादा हो सकते हैं। सोचना भोला राम को है, कि अज्ञात फोन कॉल से वो कैसे लखपति बन सकता है? जबकि उसने किसी लकी ड्रॉ कॉन्टेस्ट में भाग भी नही लिया।
मोबाइल रिचार्ज के नाम पर या इतने रुपए आपके खाते में आ रहे है आपके डिजिटल पेमेंट ऐप पर सीधे पेमेंट रिक्वेस्ट भी आ जायेगा, सिर्फ आपको अपना गुप्त पिन कोड दर्ज करके सबमिट करना है, और आपका खाता खाली। भोला राम जैसे अनेकों लोगों को लकी पुरस्कार का लालच देकर उनके मेहनत से अर्जित किए धन को पाने के लिए फजीहत कम्पनी जैसे फ्रॉड कॉल आते रहते हैं और भोलाराम जैसे लोग ठगी का शिकार बन जाते है।
ग्रामीण अंचलों के लोग बहुत जल्द ही उनके फेंके जाल को समझ नही पाते और यहां तक कि किसी दूसरे से इस बात को बताना मुनासिब भी नहीं समझते, क्योंकि इतना ज्यादा राशि मिलने वाला है इससे जलन की भावना उत्पन्न हो जाएगी। बिना किसी को बताए एक अज्ञात फोन कॉल के बहकावे में आकर अपनी मेहनत से अर्जित की गई रकम फजीहत कम्पनी के झोली में डाल देते हैं। कई बार एक ही भोला राम तीन से चार बार उनके लुभावने बातो में आकर एक बड़े रकम की आश में उन्हें सुविधा शुल्क / रजिस्ट्रेशन / ट्रांसपोर्टिग शुल्क भेजता रहता है।
जब भी किसी फोन कॉल में आपको लखपति बनाने की बात की जा रही है, सीधा सा मतलब है कि वो आपको झांसे में लेने की कोशिश कर रहा है। यदि आपको 20 लाख रुपए मिल रहे है तो, 8 हजार रु0 उसी पुरस्कार राशि में आप बोल दो कम करने के लिए यहां तक कि आप 5 लाख तक दे दो आप सिर्फ 15 लाख ही पुरस्कार की मांग रखो, कुछ नही मिलेगा।
इस प्रकार लुभावने ऑफर वाले फोन कॉल जब भी आए तो आप सिर्फ उन्हें वो दो – तीन – चार शब्द कहें जिसे आप अपना आपा खोने के बाद प्रयुक्त करते हैं, और सीधे फोन रखने को कहें।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.