सोनभद्र पुलिस का बड़ा खुलासा: कोलकाता से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया कफ सीरप तस्करी का मास्टरमाइंड, थाइलैंड भागने की फिराक में था आरोपी.

रिपोर्ट – Ashish Gupta, सोनभद्र – Sonprabhat News 

सोनभद्र पुलिस ने ड्रग माफियाओं पर करारी चोट करते हुए कफ सीरप तस्करी के बड़े मास्टरमाइंड भोला प्रसाद जायसवाल को कोलकाता से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर सोनभद्र ला लिया है। पुलिस की मानें तो आरोपी अपने पूरे परिवार के साथ थाइलैंड भागने की तैयारी में था। इस कार्रवाई को ड्रग नेटवर्क पर एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।


एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देश पर स्पेशल ऑपरेशन

ड्रग व कफ सीरप तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत एसपी सोनभद्र अभिषेक वर्मा के निर्देशन में गठित एसआईटी, SOG और सोनभद्र पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।टीम ने गुप्त सूचना पर कोलकाता में लोकेशन ट्रेस कर भोला जायसवाल को दबोचा। गिरफ्तारी के बाद न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर उसे सोनभद्र लाया गया।


कफ सीरप बरामदगी का पूरा काला सच

यह गिरोह लंबे समय से बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित कफ सीरप की तस्करी में सक्रिय था। पुलिस की अब तक की बरामदगी बताती है कि नेटवर्क कितना बड़ा था:

  1. 18 अक्टूबर 2025 – सोनभद्र में दो कंटेनरों से 1,19,675 शीशी, कीमत करीब 3.50 करोड़ रुपये

  2. 1 नवंबर 2025 – रांची से 134 पेटी, कुल 13,400 शीशियाँ बरामद।

  3. 3/4 नवंबर 2025 की रात – सोनभद्र व गाज़ियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार ट्रकों से 3.40 करोड़ रुपये की कफ सीरप20 लाख रुपये नकदी बरामद।

इन बरामदगियों ने साफ कर दिया कि यह एक मल्टी-स्टेट ड्रग रैकेट है।


फर्जी बिलिंग का जाल – 25 करोड़ के नकली लेन-देन का खुलासा

एसआईटी की जांच से पता चला कि भोला प्रसाद जायसवाल ने झारखंड स्थित फर्म मेसर्स शैली ट्रेडर्स के माध्यम से नकली बिलिंग कर कफ सीरप की तस्करी की।
जांच में भदोही, चंदौली, वाराणसी व सोनभद्र में लगभग 25 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन सामने आए, जिनमें से अधिकांश फर्में धरातल पर मौजूद ही नहीं थीं

सभी संदिग्ध खातों को पुलिस ने फ्रीज करा दिया है।


7.53 लाख शीशियों का कालाबाजार में खेल

ड्रग इंस्पेक्टर राजेश मौर्य की तहरीर पर दर्ज मुकदमे में बड़ा खुलासा—

ग्राम बरकरा स्थित फर्जी फर्मों

  • माँ कृपा मेडिकल,

  • मेसर्स शिवक्षा प्रा. लिमिटेड

के माध्यम से 1 अप्रैल 2024 से 23 अगस्त 2025 तक 7,53,000 शीशियाँ Phensedyl Syrup काले बाजार में बेची गईं।


पुत्र शुभम जायसवाल चलाता था पूरा ड्रग नेटवर्क

पूछताछ के दौरान आरोपी भोला प्रसाद ने बताया कि—

  • फर्में उसके नाम से थीं,

  • लेकिन पूरा संचालन उसका पुत्र शुभम जायसवाल करता था।

  • नकली बिलिंग, काला कारोबार और तस्करी की योजना शुभम ही बनाता था।

  • झारखंड स्थित गोदाम से पूरा माल भेजा जाता था।

  • लेन-देन की वित्तीय व्यवस्था सीए विष्णु अग्रवाल संभाल रहा था।

सीए से अलग से पूछताछ की तैयारी है। SIT आरोपी को कस्टडी रिमांड पर लेकर और गहराई से जांच करेगी।


कई जिलों में वांछित था आरोपी

भोला प्रसाद जायसवाल इन जनपदों में वांछित था—

  • चंदौली

  • जौनपुर

  • गाजीपुर

  • वाराणसी

इससे पता चलता है कि गिरोह का नेटवर्क सिर्फ सोनभद्र तक सीमित नहीं बल्कि पूर्वांचल के कई जिलों में फैला हुआ था


गिरफ्तारी करने वाली बहादुर टीम

इस सफल ऑपरेशन में शामिल रहे—

  1. एसओजी प्रभारी – उ0नि0 राजेश चौबे

  2. नि0 सदानंद राय – SIT टीम

  3. नि0 प्रणय प्रषून श्रीवास्तव – SIT टीम

  4. हे0का0 प्रकाश सिंह – सर्विलांस सेल

  5. का0 सत्यम पाण्डेय – SOG टीम


अभियान जारी, और भी गिरफ्तारियों की संभावना

सोनभद्र पुलिस का मानना है कि यह नेटवर्क और भी बड़ा है। कई नए नाम जांच में सामने आ सकते हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ड्रग माफियाओं पर कार्रवाई किसी भी स्तर पर नहीं रुकेगी


यह कार्रवाई सोनभद्र पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे न केवल जिले में बल्कि पूरे पूर्वांचल में ड्रग नेटवर्क को गहरा आघात पहुंचा है।

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