आत्मनिर्भर -: सरकार, जिला प्रशासन ने नहीं सुनी तो आपसी सहयोग से स्वयं सड़क निर्माण करने लगे ग्रामीण।

सोनभद्र – सोनप्रभात
जितेंद्र चन्द्रवंशी / आशीष गुप्ता
जनपद सोनभद्र– सदर ब्लॉक के नई ग्राम पंचायत से होकर मुख्य सम्पर्क मार्ग जो पूरी तरह से कच्चा और क्षतिग्रस्त है। रॉबर्ट्सगंज नई गांव के ग्रामीणों को बरसात के दिनों में लगभग तीन किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी कीचड़ वाले रास्ते से तय करनी पड़ती है। युवा भारत/युवक मंगल दल एवं ग्रामीणों ने उक्त सड़क निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन से मांग की, लेकिन आज तक किसी ने सुध नही ली।
- युमंद के जिलामंत्री और अन्य लोगो ने मिल शुरू किया सड़क निर्माण।
युवक मंगल दल के जिलामंत्री जितेन्द्र मौर्या ने बताया कि – “लगभग दस वर्षों से सड़क की स्थिति दयनीय बनी हुई है,बरसात के दिनों में अगर कोई बीमार हो जाता है, तो गांव तक एम्बुलेंस या कोई साधन नही पहुंच पाता और मरीज को खाट पर लादकर मुख्य मार्ग तक ले जाना पड़ता है। उक्त सड़क के निर्माण के लिए कई बार संगठन के कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और कई बार तो सड़क पर सब्जी की रोपाई तक करके विरोध दर्ज कराया गया। लेकिन किसी के भी कानो पर जूं तक नही रेंगी।”
श्री मौर्या ने बताया कि शासन व प्रशासन की उपेक्षा से क्षुब्ध होकर आज हम ग्रामीणों के साथ मिलकर आपसी सहयोग से सड़क की मरम्मत कर रहे है । जिससे कम से कम सड़क चलने लायक हो जाये।
बता दें कि ग्रामीणों ने खुद अपना ट्रैक्टर और फावड़ा आदि लेकर लगभग तीन किलोमीटर कच्ची सड़क को अपने स्वयं के पैसे से वीरेंद्र सिंह,राघवेंद्र सिंह,श्याम नारायण मौर्य जिनके सहयोग से अपने ट्रैक्टर द्वारा श्रमदान कर आपसी सहयोग से रास्ता बनाया गया।हर वर्ष ग्रामीण जनो द्वारा खुद के आर्थिक सहयोग से आने जाने के लिए इस रास्ते को बनाया जाता है।
ग्रामीणों ने खुद सड़क मरम्मत कर कहीं न कहीं सरकार व जिला प्रशासन की जमीनी हकीकत की पोल खोल दी है।उक्त निर्माण कार्य के अवसर पर आदर्श मौर्या,मनोज कुमार मौर्य,संदीप कुमार,सत्येन्द्र मौर्य,धर्मेंद्र मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे।