विंढमगंज वन रेंज के ट्रैक्टर संचालकों ने महुअरिया वैचिंक प्लांट पर बिना परमिट 3 वर्षों से बालू गिराए जाने की उपजिलाधिकारी दुद्धी से जांच की मांग की।

- Tractor operators of the Vindamganj forest range demanded an investigation by the Deputy Collector Duddhi for dropping sand for 3 years without a permit at the Mahuaria Vachink plant.
- मैनेज के खेल में विमल यादव नामक व्यक्ति ट्रैक्टर संचालकों को दे रहा जेल भेजने की धमकी।
- जिला अधिकारी सोनभद्र द्वारा 10 दिनों के अंदर जांच टीम को रिपोर्ट प्रेषित करने को कहा था, 14 दिन बीत गए नहीं हो सका जांच शुरू, सवालिया निशान।
दुद्धी – सोनभद्र
जितेंद्र चन्द्रवंशी- सोनप्रभात
दुद्धी, सोनभद्र। विकासखंड के विंढमगंज वन रेंज में ट्रैक्टर संचालकों से विंढमगंज वन रेंज के रेंजर डिप्टी रेंजर एवं अन्य कर्मी द्वारा अवैध धन उगाही रेलवे के दोहरीकरण में बालू गिराए जाने को लेकर 6 लाख लिए गए, जिस पर शिकायती प्रार्थना पत्र ₹10 के स्टांप पर शपथ पत्र के साथ जिला अधिकारी सोनभद्र को ट्रैक्टर संचालकों द्वारा अवगत कराया गया।

शिकायत की गंभीरता को देखते हुए जिला अधिकारी सोनभद्र द्वारा टीम गठित कर 10 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिया था, परंतु 14 दिन बीत गए अभी तक कोई जांच प्रक्रिया नहीं शुरू की जा सकी है, उल्टा मैनेज के खेल का मास्टरमाइंड विमल यादव नामक वन विभाग का गुर्गा फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उच्च अधिकारियों को गुमराह करने पर आमादा है और ट्रैक्टर संचालकों को जेल भेजने की धमकी दे रहा है।

इसी संदर्भ में 14 सितम्बर 2020 को उप जिलाधिकारी कार्यालय दुद्धी और ट्रेक्टर संचालक आधा दर्जन की संख्या में पहुंचे और उप जिलाधिकारी दुद्धी से 3 वर्षों से बिना परमिट के बालू गिराए जाने की जांच की मांग की । वहीं उप वन प्रभागीय अधिकारी रेणुकूट ने पत्रांक संख्या – 54 द्वारा भगवानदास गौड़ पुत्र कालेश्वर गौड़ निवासी जोरूखाड, घीवही विंढमगंज को ट्रैक्टर संचालको से अवैध वसूली मामले में रेणुकूट बुलवाया था , जिसपर आपत्ति दर्ज करते हुए उप जिलाधिकारी महोदय दुद्धी द्वारा ट्रैक्टर संचालकों को जाने से मना किया गया और उप प्रभागीय वन अधिकारी रेणुकूट सोनभद्र को ट्रैक्टर संचालकों को बुलाए जाने पर आपत्ति के संदर्भ में निर्देशित किया और कहा कि मामले की जांच टीम द्वारा किए जाने का आदेश प्राप्त हुआ है। उसमें ट्रैक्टर संचालकों के पीड़ा को मौके पर टीम जाकर जांच करेगी ।

उधर ट्रैक्टर संचालकों ने प्रधानमंत्री महोदय भारत सरकार , उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री, वन मंत्री, प्रमुख सचिव ,चीफ कंजरवेटर वन विभाग, आदि लोगों को 9 सितंबर 2020 को जरिए पंजीकृत डाक द्वारा जांच की मांग कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। भ्रष्टाचार का रैकेट अवैध उत्खनन का दुद्धी गुर्गे भी रैकेट का हिस्सा बनकर प्रशासन के सहयोग से ले रहे हैं, जिस का पर्दाफाश बड़े पैमाने पर किए जाने की आवश्यकता है ।

- 14 दिनों के बाद भी जिलाधिकारी के निर्देश का पालन जांच टीम द्वारा क्यों नहीं किया गया यह भी एक बड़ा प्रश्न है?
साथी ट्रैक्टर संचालकों को खुलेआम धमकी गुर्गे के द्वारा दिए जाने व जांच को प्रभावित करने का दुस्साहस करने वाले लोगों पर भी कठोर कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है , जिससे न्याय हो !