सामाजिक पतन: – आदिवासीय सभ्यता का कलयुगी बहु ने 65 वर्षीय ससुर की हत्या कर किया शर्मसार।

- ग्रामीणों को संवैधानिक ,नैतिक ,शैक्षणिक,अंधविश्वास ,घरेलू हिंसा आदि पर काउंसलिंग की जरूरत।
सोनभद्र – सोनप्रभात
जितेंद्र चन्द्रवंशी/आशीष गुप्ता- सोनप्रभात
सोनभद्र जनपद के म्योरपुर थाना क्षेत्र के बलियरी ग्राम में 19 सितम्बर की सुबह लगभग 6 बजे समाज को मर्माहत और शर्मसार कर देने वाली घरेलू विवाद में महिला ने हल के कसना (फार) से अपने ससुर प्रसिद्धन गोड़ (65वर्ष) के गले पर वार कर हत्या कर दिया।
मृतक के छोटे लड़के रामनारायण की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी महिला फुलबसिया देवी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जाँच में जुट गई है।पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक सुबह लगभग 6 बजे आरोपी फुलबसिया देवी ने घरेलू विवाद में कसना (फार) से अपने ससुर प्रसिद्धान गोड़ के गले पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी।
पुलिस अधीक्षक सोनभद्र आशीष श्रीवास्तव व सीओ दुद्धी राम आशीष यादव ने घटना स्थल पर जाकर घटना के संबध में जानकारी लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाई का आदेश दिया।
जनपद सोनभद्र में आदिवासी घरेलू हिंसा अंधविश्वास संवैधानिक अधिकारों की जानकारी ना होना, अशिक्षा ग्रामीण स्तर पर ग्राम प्रधान जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई कार्यशाला का आयोजन नहीं किया जाता और सरकार के द्वारा भी अति पिछड़े अनपढ़ भारतीय संस्कृति और सभ्यता के संवाहक आदिवासी गिरी वासी के लोगों को जागरूक करने के लिए कोई ठोस कार्ययोजना नही है जिससे आदिवासियों के अस्तित्व पर मानो पश्चिमी सभ्यता के कारण संकट आन पड़ा है । चतुर पढ़े-लिखे लोग शारीरिक मानसिक आर्थिक शोषण खुलेयाम करते हैं , जिसके लिए शासकीय स्तर पर हर माह कार्यशाला का आयोजन बौद्धिक स्तर ऊंचा उठाने के लिए करने की आवश्यकता है जिससे आदिवासीय अपने अधिकार कर्तव्यों का भली-भांति ज्ञान रखें ।