52 वर्षीय महिला ने पटीदारों के कहने पर पुलिस द्वारा मार- पीट कर घर से बेघर करने का लगाया आरोप, एसपी सोनभद्र को लिखा पत्र।
- 52-year-old woman accused of police beatings at home at the behest of patidars, letter written to SP Sonbhadra.
विंढमगंज – सोनभद्र
पप्पू यादव/ जितेंद्र चंद्रवंशी- सोनप्रभात
विंढमगंज- सोनभद्र। स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत हरनाकछार निवासिनी लीलावती देवी उम्र लगभग 52 वर्ष पत्नी स्वर्गीय राजनाथ सिंह ने जिले के पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में आरोप लगाया है, कि स्थानीय थाने के एक दरोगा व सिपाही ने पटीदार के कहने पर जबरिया पुश्तैनी घर में से मारपीट व घसीट कर बेघर कर दिया है।
- क्या है पूरा मामला ?
– प्राप्त जानकारी के अनुसार हरनाकछार ग्राम पंचायत निवासिनी लीलावती देवी पत्नी स्वर्गीय राजनाथ सिंह ने पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती पत्र में कहा है, कि पति की मृत्यु के बाद हमारे पटीदार की नियत हमारे पति के द्वारा अर्जित प्रॉपर्टी पर जबरिया कब्जा करने की है। इसके परिपेक्ष में दुद्धी कोर्ट में मुकदमा भी लंबित है, इसके बावजूद हमारे पटीदार(रिश्तेदार) ने स्थानीय थाने में बातचीत करके बीते रविवार को थाने के दरोगा व सिपाही के साथ हमारे घर देर शाम को आ धमके और जबरिया हमें हमारे घर से बाहर निकालने लगे सिर्फ पूछे जाने पर कि ऐसा क्यों कर रहे हैं ? तो धक्का-मुक्की व मारपीट करके घर से खींच कर बाहर निकाल दिया गया व हमारे घर में पटीदारों का ताला लगवा दिए । मारपीट के दौरान चोट लगने पर स्थानीय लोगों की मदद से विंढमगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार करवाया, तब जाकर हमारी जान बच सकी।
- मामले पर क्या कहते हैं ग्राम प्रधान?
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि यदुनाथ यादव ने बताया कि उक्त विधवा महिला के साथ घटी घटना सही है , एक विधवा महिला के साथ स्थानीय पुलिस के द्वारा इस तरह की बर्बरता पूर्वक कार्रवाई करना कहां तक न्याय है? घर खाली कराने व मारपीट करने में स्थानीय थाने के एक दरोगा, दो सिपाही व पटीदार शामिल थे। अगर पुलिस ही इस तरह की कार्यवाही करती है तो गांव में रह रहे अशिक्षित ग्रामीण जनता का जीना दुश्वार हो जाएगा।
- विंढमगंज थाना प्रभारी निरीक्षक ने क्या कहा ?
विंढमगंज थाना प्रभारी निरीक्षक बृजमोहन सरोज ने बताया कि मारपीट जैसी घटना नहीं हुई है। थाने के एक दरोगा व सिपाही मौके पर जांच हेतु गए थे , जिस पर उक्त महिला खुद गलत है ,जिसके वजह से पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रही है जो निराधार है।