वन भूमि पर कब्जा की नीयत से फुलवारी से किया घोरान।
- कुछ वर्ष पहले उक्त स्थल पर पक्की निर्माण को तत्कालीन रेंजर ने रोका था।
- अब तकरीबन 4 बीघे के पूरे प्लाट है कथित की नजर,अवैध कब्जे की फिराक में।
- मामला बघाडू रेंज कार्यालय से महज 2 किमी दूर विनोद मोड़ त्रिगड्डा पर अवैध कब्जा का।
जितेंद्र चन्द्रवंशी – दुद्धी /सोनभद्र – सोनप्रभात
दुद्धी/सोनभद्र| रेनुकूट वन प्रभाग के अंतर्गत बघाडू रेंज कार्यालय से महज 2 किमी दूर विनोद मोड़ त्रिगड्डा पर लबे रोड स्थित धारा 20 की 4 बीघे की प्लाट पर कतिपय अवैध कब्जेधारियों की नजर है और अवैध कब्जा करने की जुगत में कुछ लोग लग भी गए है। उधर विभाग सूचना के बाद भी हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
पहाड़ी व चट्टानों के रूप में स्थित उक्त 4 बीघे की धारा 20 की भूमि स्थल पर कथित मनबढ़ व्यक्ति ने कुछ वर्ष पूर्व विभागीय मिलीभगत से कुछ कमरों का बिना छत का मकान खड़ा कर लिया था । जब विरोध मुखर हुआ तो तत्कालीन रेंजर बृजेश पांडेय ने काम रुकवा दिया था , ग्रामीण बताते है कि विभाग ने इस मामले में केस भी काटा था।वर्तमान में हालात यह है कि उक्त स्थल से धीरे धीरे पेड़ो व झाड़ियों को काटकर चोरी चुपके फुलवारी से घोरान कर दिया गया है और भूमि को इस वर्ष जोताई भी कर दी गयी है|
बता दे कि उक्त 4 से 5 बीघे की धारा 20 के भूमि पर अतिक्रमणकारियों की नजर है और उक्त भूखंड का उचित देखभाल वन विभाग द्वारा नही किये जाने से वे पक्के निर्माण कर कब्जे की फिराक में है|
ग्रामीणों मनबोध ,उमेश ,आशीष आदि का कहना है , कि समुचित देखभाल के अभाव में बघाडू रेंज वन भूमि प्रतिदिन कब्जा किया जा रहा है और विभाग के जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे हुए है। लबे रोड विनोद मोड़ पर हो रहा कब्जा तो विभागीय जिम्मेदारों को कही ना कही से संदेह के घेरे में खड़ा करता है |पर्यावरण कार्यकर्ता अवधनारायण , प्रभु सिंह ,केवला प्रसाद ,आशीष कुमार ने आये दिन वन भूमि पर हो रहे कब्जा को लेकर गहरा रोष प्रकट किया है , उन्होंने विनोद मोड़ त्रिगड्डे से अविलंब वन भूमि पर हुए अतिक्रमण को खाली किये जाने का मांग किया है।बताया कि इस मामले में उक्त स्थल पर कब्जा हटाये जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना डीएफओ रेनुकूट को दी थी वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुँची थी लेकिन प्रभावी तौर पर कब्जा नहीं हटाया जिससे अवैध कब्जेधारियों का मन बढ़ा हुआ है और वे कभी भी पक़्का निर्माण उक्त स्थल पर कर सकते है |उन्होंने मुख्य वन संरक्षक मिर्जापुर का ध्यान आकृष्ट कर प्रभावी कार्रवाई की मांग की है|