पुलिस को चकमा देकर भागे पशु तस्कर, कुल 27पीकप पशु गए बिहार।
सोनभद्र – सोनप्रभात
वेदव्यास सिंह मौर्य –
पशु तस्करी के लिए प्रसिद्ध हो चुके रायपुर थाना क्षेत्र में इन दिनों तरह तरह के कारनामे देखने को मिल रहे हैं।बृहस्पतिवार की रात्रि एक बजे से पशुओं से भरी पीकप तीन चार की संख्या में जब एक साथ हाई स्पीड मे निकलने लगी तो सबकी नींद टुट गई।
इसी क्रम में रात्रि के करीब प्रभारी निरीक्षक पन्नूगंज मय हमराहियों के साथ आगे निकल रही दो पीकप को रुकने का इशारा किए तो ड्राइवर स्पीड बढ़ा दिया।इंस्पेक्टर पन्नूगंज भी पीछा कर लिए और वायरलेस के जरिए रायपुर को सूचना दिए।तब तक पीछे तीन पीकप और लग गई ।दो आगे और तीन पीछे पीकप देख इंस्पेक्टर पन्नूगंज को किनारे हटना पड़ा और आगे की दोनोंपीकप के पीछले टायर मे गोली मार दी , लेकिन चालाक ड्राइवर रीम पर ही गाड़ी लेकर भाग निकले।फिर भी पीछे लगकर सुअरसोत चौकी तक गए।लेकिन दरमां मोड़ से गाड़ियां बिहार चली गई।पूछने पर इंस्पेक्टर पन्नूगंज भुवनेश्वर पाण्डेय ने बताया कि रायपुर पुलिस काफी देर बाद पहुंची।
श्री पाण्डेय ने बताया कि अगर वायरलेस के सूचना पर रायपुर पुलिस पहुंची होती तो सभी पीकप पकड़ी गई होती। रायपुर पुलिस लगभग दो माह से खासी चर्चा बटोर रही है।हर चट्टी चौराहे पर लोगों को पशु तस्करी के बारे में सूना जा सकता है।पशु तस्करी के सम्बन्ध मे हर समाचार पत्रों में खबरें आ रही हैं लेकिन किसी का ध्यान इस तरफ नहीं है।क्यों नहीं एक्शन लिया जाता है किसी को पता नहीं है।इस धंधे के पीछे किसका हाथ है?कौन लोग हैं?पुलिस क्यों कार्रवाई नहीं करना चाहती?इसकी किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जानी चाहिए।ताकि असली चेहरे सामने आ सके।