इंडियन बैंक शाखा अमवार के नहीं सुधर रहे कर्मचारी, देव तुल्य खाताधारक मानसिक उत्पीड़न के शिकार।
दुद्धी – सोनभद्र – जितेंद्र चंद्रवंशी / सोन प्रभात
दुद्धी सोनभद्र इंडियन बैंक शाखा अमवार के कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे और जिस भगवान स्वरूप खाताधारक के सहारे बैंक कर्मचारियों का बाल बच्चों का परवरिश हो रहा है, उन्हें खाताधारकों को बैंकों में विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, उक्त बैंक के लापरवाही के फेहरिस्त की अलग-अलग दास्तां खाताधारकों के पास है उक्त बैंक गैर जिम्मेदारी के कारण कई बार समाचार पत्रों की सुर्खियां बटोर चुका है।
पिछले दिनों जब पेशे से फिजियोथैरेपी उपचार करने वाले राजकुमार राजावत अपनी धर्म पत्नी के साथ बैंक के कार्य से पहुंचे तो वहां लंच का समय के उपरांत मौके पर एक महिला और गार्ड बैठे थे और उनका भी व्यवहार खाताधारकों के प्रति गैर जिम्मेदाराना रहा,3:25 तक भी कोई कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं था। पहले भी कई शिकायतें कर्मचारियों की लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार को लेकर रहा है l
जब पढ़े-लिखे प्रधानाध्यापिका और फिजियोथेरेपिस्ट मानसिक रूप से बैंक के अवसाद का शिकार हो रहे हैं तो ग्रामीण क्षेत्र से आए कम पढ़े लिखे महिलाओं और पुरुषों का क्या हाल होता होगा इसकी परिकल्पना की जा सकती है।