पत्रकार के पिता एवं इंटर कॉलेज के प्रबंधक बिंदेश्वरी प्रसाद गुप्त का निधन ।
सर्वेश कुमार गुप्त “प्रखर” सोनभद्र- सोनप्रभात
मानीकला निवासी पत्रकार और विद्यालय के प्रिंसिपल जयप्रकाश गुप्ता के देव तुल्य पिता बिन्देश्वरी प्रसाद गुप्त सर्वसुलभ वरिष्ठ समाज सेवी प्रबन्धक महर्षि दयानन्द इण्टर कॉलेज मानी कलां जौनपुर के संस्थापक अब इस दुनिया में नही रहें।
गुरुवार को तड़के समाज सेवी बिंदेश्वरी प्रसाद का निधन हो गया। निधन की सूचना पर उनके मानीकला स्थित आवास पर व्यापारी, शुभचिंतक, पत्रकार आदि ने पहुंच कर अंतिम दर्शन किए।
समाज के हर वर्ग के प्रति आपके लगाव और प्रेम भावना के साथ ही समाजसेवा के तमाम उत्कृष्ट कार्यों की वजह से आज आप शहरवासियों के चहेते बन गए हैं। शहर का हर व्यक्ति न सिर्फ आपके प्रयासों की सराहना करता है बल्कि आपसे समाज सेवा की प्रेरणा भी लेता है। शहर के जिस स्थान पर जाते हैं वहां के क्षेत्र वासी आपको देखकर अभिभूत हो जाते हैं। समाजसेवा के कार्यों से आपने हर किसी को आकर्षित किया है। आपने शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र को भी आगे ले जाने में काफी योगदान दिया है। बिंदेश्वरी प्रसाद गुप्त जी का कहना था कि ‘समाज सेवा से बड़ा पुण्य कार्य कोई नहीं है। समाज सेवा अगर निस्वार्थ भाव से की जाए तो मानवता का कर्तव्य सही मायनों में निभाया जा सकता है। हर व्यक्ति समाज का अभिन्न हिस्सा होता है। जब तक हम समाज में रहते हैं तब तक समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य करना हम सभी का नैतिक दायित्व हैं। इस कार्य से विमुख होने का मतलब समाज से दूर होना है। यह जरूरी नहीं है कि पैसों से ही समाजसेवा की जाए, आप दूसरों की छोटी-छोटी जरूरतों को दूर कर भी समाज सेवा कर सकते हैं। किसी गरीब व्यक्ति की सहायता कर, जरूरत पड़ने पर उसकी आवाज बन कर भी समाज सेवा की जा सकती है। इसलिए आज हर व्यक्ति को समाज सेवा से जुडऩा चाहिए ताकि हमारे समाज का स्तर ऊंचा हो सके’।
बिंदेश्वरी प्रसाद गुप्त जी बिना किसी लोभ के समाज सेवा से लगातार जुड़े हैं। राजनीति के बारे में आप का मानना है कि राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाते हुए मानव कल्याण, जनसेवा तथा देश सेवा का काम और भी अधिक सुदृढ़ता व मजबूती से किया जा सकता है।
उनका अंतिम संस्कार गोमती तट रामघाट पर हुआ। उनकी इस अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल रहे।