gtag('config', 'UA-178504858-1'); नगर पंचायत दुद्धी का बढ़नी नाला पोखरा उपेक्षा की भेंट चढ़ा,पहली बार दीपावली पर तालाब में जल प्रदूषण के कारण नहीं खिला कमल, शोपीस बना शौचालय। - सोन प्रभात लाइव
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नगर पंचायत दुद्धी का बढ़नी नाला पोखरा उपेक्षा की भेंट चढ़ा,पहली बार दीपावली पर तालाब में जल प्रदूषण के कारण नहीं खिला कमल, शोपीस बना शौचालय।

Story Highlights

  • Nagar Panchayat Duddhi's BADHANI NALA Pokhara was neglected, for the first time, lotus did not feed in the pond due to water pollution, toilet made as showpiece.

दुद्धी– सोनभद्र 
जितेन्द्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात 

दुद्धी,सोनभद्र-  वार्ड नंबर दो स्थित बढ़नी नाला पोखरा जल प्रदूषण के कारण और नगर पंचायत के उपेक्षा के कारण बढ़नी नाला पोखरा में जल प्रदूषण के कारण कमल का फूल जो दीपावली के महापर्व पर और छठ माता के पूजन के अवसर पर कमल के फूल का स्थानीय नगरवासी उपयोग करते थे और दुद्धी की खूबसूरती को चार चांद लगाने का कार्य पोखरा करता था ,आज उपेक्षा का दंश झेल रहा है।

बगल में शौचालय का निर्माण लाखों रुपए की लागत से नगर पंचायत द्वारा करा दिया गया, परंतु रखरखाव के अभाव में उसका उपयोग नगरवासी करना तो दूर अंदर जाने में मानो गंदगी से गस्त खाकर व्यक्ति बेहोश होकर गिर जाए। बढ़नी नाला पोखरा कमल पुष्प की खूबसूरती का पर्याय रहा है ,परंतु रखरखाव सही तरीके से नहीं करने के कारण अपने अस्तित्व पर आंसू बहा रहा, नगर पंचायत के द्वारा लाखों रुपए की लागत से सीढ़ियां तो बनवा दी गई, परंतु तालाब के रख रखाव पर कभी गंभीरतापूर्वक ध्यान नहीं दिया गया, वरना आज इसका उपयोग दुद्धी नगर वासियों के पर्यटन के रूप में किया जा सकता था।

उपेक्षा से ग्रसित तालाब

विगत कुछ वर्षों पूर्व तत्कालीन उपजिलाधिकारी विश्राम सिंह यादव के कठोर निर्णय के कारण पोखरा का सुंदरीकरण के उद्देश्य से गहरी खुदाई कराई गई थी और पोखरे की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। जिसके कारण जल गहराई तक आज पोखरे में संग्रहित है और आकर्षण जो फूलों के कारण बना रहता था उपेक्षा के कारण अब वह रौनक देखने को नहीं मिल रही।

पूर्व में खूबसूरत फूलों के साथ बढनी नाला पोखरा का दृश्य

नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी भारत सिंह का ध्यान आकृष्ट कराते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं डी सी डी एफ के चेयरमैन सुरेंद्र कुमार अग्रहरि ने तत्काल जल प्रदूषण की जांच कराने और किसी भी प्रकार का मल मूत्र नाले में गिरने से रोकने साथ ही धर्मशाला के कार्यक्रम में उपयोग होने वाले दोना पत्तल आदि का तालाब में फेंके जाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। साथ ही पुनः कमल पुष्प खिले इसकी पड़ताल के लिए जल प्रदूषण की उच्च स्तरीय जांच हो। और पुनः बढ़नी नाला पोखरा खूबसूरत दिखाई दे इसका प्रशासनिक स्तर पर अभिलंब रूपरेखा बनाकर पर्यटन के रूप में विकसित कराए जाने की मांग किया है।

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