डायोवर्जन सिटी कमेटियां का होगा जनपद सोनभद्र में गठन।

- विशेष सचिव वन एवं पर्यावरण ने बनवासी सेवा आश्रम में किया पौध रोपण।
- उपजिलाधिकारी दुद्धी रमेश कुमार ने कहा वन उपज खरीदने और बेचने वाली कंपनियों के आय से बदलेगी गांव की तस्वीर।
दुद्धी – सोनभद्र
जितेंद्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात
दुद्धी जनपद सोनभद्र सहित सूबे के सभी जिलो के लिए 2002 में बने कानून का राज्य सरकार ने नियमावली तैयार कर ली है ।अब ग्राम पंचायतों में डायवर्जन सिटी कमेटी का गठन होगा और वन उपज की कीमत के साथ वन उपज खरीदने और उसे उपयोग करने वाली कम्पनियां ग्राम पंचायतो को अपनी आय का कुछ अनिवार्य रूप से धन देंगी जिससे ग्राम पंचायतें माला माल होंगी।
गुरुवार को सामाजिक संस्थान पहुँचे विशेष सचिव वन एवं पर्यावरण ब्रह्मदेव तिवारी और मुख्य वन संरक्षक लखनऊ दीपक कुमार ने उपरोक्त जानकारी दी और कहा कि सोनभद्र के जंगलों और गांव में यहां के प्राकृतिक पौधों का संरक्षण और रोपण होगा जिससे जिले के जंगलों की पुरानी छठा और प्रजातियां सुलभ हो सके।विशेष सचिव श्री तिवारी एवं मुख्य वन संरक्षक दीपक कुमार वन संरक्षक आर सी झा ड़ी एफ ओ एम पी सिंह आदि ने इसके पूर्व आँवला का पौध रोपण किया और खाड़ी ग्राम उधोग अस्पताल तथा प्रेरणा स्थल का अवलोकन किया कहा कि आश्रम क्षेत्र के लिए जो प्रयोग कर रहा है वह सराहनीय है।
शुभा प्रेम ने कहा कि क्षेत्र से विलुप्त हो चुके लाख की फ़सल और कोया उत्पादन पर पर्यावरण मंत्रालय शोध कराये ।कहा कि लाख उत्पादन को पुनर्जीवित किया जा सके तो यहां लाखो लोगो की आर्थिक स्थिति में सुधार आ सकता है।टीम को बताया कि लाख यहां के पलास के पेड़ मे लारवा के रूप में होता था।क्षेत्र में लाखों पेड़ पलास के मौजूद है लेकिन केवल जलावनी के लिए ही काम आ रहा है जबकि पहले एक पेड़ से प्रतिवर्ष हज़ार से तीन हज़ार की लाख उत्पादन होता था। मौके पर एस डी एम रमेश कुमार,उप प्रभागीय वनाधिकारी मनमोहन मिश्रा कुज मोहन वर्मा,रेंजर राजेश सोनकर ,विजेंद्र सिंह शिव कुमार गोविंन्द,सहित आश्रम के विमल भाई शिव शरण देवनाथ ,आदि उपस्थित रहे।