
महाराष्ट्र सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर कर रही कुठाराघात-सुरेन्द्र अग्रहरि
- अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी , लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला।
दुद्धी – सोनभद्र
जितेन्द्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात
(दुद्धी)सोनभद्र- जिस प्रकार साहित्य समाज का दर्पण होता है ठीक उसी प्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकार भी समाज के लिए दर्पण का काम करता है ।इस स्तम्भ पर किसी भी प्रकार से किया गया दुर्व्यवहार, हमला या गिरफ्तारी लोकतंत्र के लिए घातक है। मीडिया राष्ट्रीय हितों के साथ साथ सामाजिक न्याय दिलाने का कार्य करती हैं ,इस पर भी पत्रकारों के साथ किसी भी प्रकार की गिरफ्तारी महाराष्ट्र सरकार की दमनकारी नीति को दर्शाता है। महाराष्ट्र सरकार की यह कार्यवाही लोकतंत्र पर काला धब्बा है।
भाजपा नेता डीसीएफ चेयरमैन सुरेन्द्र अग्रहरि ने महाराष्ट्र पुलिस द्वारा अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसी भी सरकार का कोई हक नहीं है कि वह बिना किसी सम्मन के दुर्व्यवहार करते हुए गिरफ्तारी करे और उनको जेल में डाल दें।यह पूर्ण रूप से अनैतिक और अन्याय पूर्ण कार्य है।
महाराष्ट्र सरकार शीघ्र अर्नब गोस्वामी की रिहाई करे अन्यथा जनता सड़को पर उतरकर महाराष्ट्र सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होती रहेगी ,और सरकार कटघरे में आ जायेगी। साथ ही उन्होंने अर्नब गोस्वामी के रिहाई की मांग की है।