
छठ महापर्व -:कांचहि बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाय, छठ घाट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।
विंढमगंज – सोनभद्र
पप्पू यादव – सोनप्रभात
विंढमगंज/ सोनभद्र- आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, गुरूवार को छट पूजा समिति के अध्यक्ष डॉ0विनय कुमार श्रीवास्तव व अन्य पदाधिकारीगण मलिया नदी के छठ घाट पर पहुँच कर सभी ब्यवस्था से अवगत हुए।
इस दौरान उदय शर्मा व पंकज गोस्वामी मुलायम यादव सूर्य प्रकाश मौजूद रहे छट पूजा समिति द्वारा पूरे छठ घाट को आकर्षक लाईट बत्ती से सजाया गया है , जगह जगह हाईमास लाईटे पूरे एरिया को प्रकाश मान करेगी।वहीं महिलाओं को वस्त्रादि बदलने के लिए जगह जगह टेंट भी लगाये गये हैं ,छट पूजा समिति ने कोरोना महामारी को देखते हुए लोगों से सोशल डिस्टेंस व मास्क के प्रयोग करने की अपील की है ।
गौरतलब है कि तेजस्वी पुत्र की प्राप्ति, उनके दीर्घायु तथा सुखी-आरोग्य होने तथा ऐश्वर्य की कामना को लेकर महिलाएं सूर्य उपासना के महापर्व छठ में व्रत रखती हैं। महिलाएं कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय-खाय के साथ छठ पूजा की शुरुआत करती हैं। सप्तमी तक यह व्रत चलता है और इस दौरान अस्ताचलगामी और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर उपासना की जाती है। बिते बुधवार से ही भगवान सूर्य की उपासना का यह महापर्व शुरू हो चुका है। ब्रती महिलाएं नहाय-खाय के साथ व्रत प्रारम्भ कर चुकी हैं।
शुक्रवार को ब्रती महिलाएं पूरे दिन उपवास रखेंगी, अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगी। शाम को नदी या जलाशय के समीप जाकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देंगी। वहीं 21 नवम्बर शनिवार की सुबह महिलाएं नदी और जलाशयों के किनारे पहुंचेंगी। जैसे ही आसमान में भगवान भास्कर प्रकट होंगे, व्रती महिलाएं उन्हें अर्घ्य देंगी और पूजा-अर्चना कर अपना व्रत पूरा करेंगी।
- बाजारों में रही भीड़, महिलाओं ने की खरीदारी
छठ व्रत रखने वाली महिलाओं ने बुधवार को बाजारों में पहुंचकर नए बांस के सूप और डाला की खरीदारी की। मान्यता है कि वंश वृद्धि और रक्षा, सूप के प्रयोग से होती है। महिलाओं ने छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाले अन्य सामान की भी खरीदारी की।