दुद्धी -: रामलीला नाट्य मंडली के पुरोधा बाल गोविंद मिश्रा का 105 वर्ष की उम्र में निधन।
- 👈 बाल कलाकार व बतौर महंत लगभग 70 वर्षों तक दिया सेवा।
दुद्धी – सोनभद्र
जितेंद्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात
दुद्धी ,सोनभद्र- रामलीला नाट्य मंडली के परंपरागत पीढ़ियों से सेवा देने वाले 105 वर्षीय बाल गोविंद मिश्र पुत्र स्वर्गीय राम जियावन निवासी वार्ड नंबर 9 दुद्धी जनपद सोनभद्र का आज तड़के प्रातः काल में निधन हो गया।
निधन की सूचना पाकर रामलीला नाट्य मंडली के कलाकारों में एवं प्रबुद्ध जनों में शोक की लहर दौड़ गई। लगभग 8:00 बजे तहसील प्रांगण रामलीला नाट्य मंच पर जय बजरंग अखाड़ा समिति के अध्यक्ष एवं नाट्य कला मंडली के मैनेजर कमलेश कुमार कमल के नेतृत्व में शोक सभा का आयोजन किया गया और मृत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना कलाकारों एवं प्रबुद्ध जनों ने शोक संवेदना व्यक्त कर किया।
ज्ञात कराना है कि कुश्ती दंगल अखाड़ा के भी वह उस्ताद रहे और डॉ राजकिशोर सिंह एवं बाल गोविंद मिश्र सरीखे लोग कालांतर दंगल में जोर आजमाइश अखाड़े में किया करते थे। जो बाद में चलकर उस्ताद के रूप में लगभग 70 वर्षों तक कुश्ती दंगल में अनंत पहलवानों को खेलाया। रामलीला नाट्य मंडली के कलाकारों की माने तो परंपरागत अपने पैतृक परंपरा के रूप में बतौर बाल कलाकार से ही बाल गोविंद मिश्र ने रामलीला नाट्य मंडली में कार्य करना शुरू कर दिया था और तबला , नगाड़ा बजाने में भी महारत उन्हें हासिल थी। श्री कृष्ण भगवान का रोल हो या अभिमन्यु आदि का अभिनय भी मंच पर जोरदार तरीके से किया करते थे। कई कलाकारों को अपने परिवार के साथ साथ अन्य लोगों को भी इस कला को पुनर्जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उनके पुत्र बाल गोविंद मिश्र ,पोता नित्यानंद मिश्र एवं व्यास पीठ पर आज भी लगभग 70 वर्षों से प्रेमचंद्र मिश्र जी कार्य कर रहे हैं।
परंपरागत सनातन संस्कृति के संवाहक उस्ताद ,महंत ,अभिनयकर्ता, तबला वादक, आदि कई प्रतिभाओं के धनी बाल गोविंद मिश्र का निधन से आमजन मार्माहत दिखे और नाट्य मंडली ने एक महान कलाकार खो दिया ऐसा महसूस शोक संवेदना में किया जा रहा था। अतीत की यादों के झरोखों से देखा जाए तो स्वर्गीय लक्ष्मण सेठ, महादेव सिंह, स्वर्गीय बिहारी लाल,स्वर्गीय मिश्रीलाल ,स्वर्गीय दयाशंकर मिश्रा, साथ ही डॉ राज किशोर सिंह आदि लोगों ने बखूबी मंच का आस्था के साथ चरित्र चित्रण मंचो पर लंबे अर्से तक किया। आज कनहर, ठेमा नदी संगम तट पर आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शोक सभा में जय बजरंग अखाड़ा समिति के अध्यक्ष कमलेश कुमार कमल, नगर पंचायत अध्यक्ष राज कुमार अग्रहरि, रामलीला कमेटी के पदाधिकारी, व्यास प्रेमचंद मिश्रा , गोपाल प्रसाद ,भृगुनाथ ,कन्हैया लाल अग्रहरि, धीरेंद्र कुमार अग्रहरि, रामेश्वर राय, पवन सिंह सुरेंद्र सिंह ,मोनू सिंह, कल्याण मिश्र, हरिहर प्रसाद, लल्लन प्रसाद कसेरा, स्वतंत्र पत्रकार समिति के अध्यक्ष उपेंद्र कुमार तिवारी, महामंत्री जितेंद्र चंद्रवंशी, शिव शंकर एडवोकेट, पूर्व सभासद महेंद्र अग्रहरि, जितेंद्र अग्रहरि, मदन तिवारी, गुड्डू अग्रहरि, विनय कुमार अग्रहरि उर्फ पप्पू, विनय कुमार रिटेलर, विवेक शांडिल्य, अशोक मिश्रा वेद प्रकाश अग्रहरि आदि दर्जनों लोग शोक सभा में मौजूद रहे।