छठ महापर्व-: डूबते सूर्य को छठ के पावन अवसर पर व्रत धारियों ने अर्घ दिया
दुद्धी – सोनभद्र
जितेंद्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात
दुद्धी ।सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन आज शुक्रवार को उपास रखने के बाद प्रसाद आदि तैयारियों के बाद संध्या काल से पहले छठ पूजा घाटों तथा नदियों एवं जलाशयों और तालाबों के किनारे पहुँच कर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिए और जलाशयों में दीपक जलाकर छोड़ दिए ।
प्रायः ऐसी मान्यता है कि छठ पूजा व्रती महिलाओं द्वारा जो दीपक जल में छोड़ी जाती हैं जितनी देर तक जलती है, उतनी ही लम्बी उम्र भाई व अन्य परिवारों की होती हैं। शुक्रवार को महिलाएँ छठ पूजा घाट के लिए 4 बजे से धीरे धीरे निकलना शुरू कर दिए। व्रतधारी महिलाएं अपनी अपनी मनौती के अनुसार लेट कर भी जगह जगह सूर्य एवं छठ मईया को नमन करते हुए छठ घाट पहुचीं।छठ घाट पर स्नान कर महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य के बाद छठी मईया के थाला पर बैठ गई हैं ।रातभर जलाशयों के किनारे रात गुजारने के बाद सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ 5 दिन तक चलने वाले छठ पूजा का समापन होगा।
कस्बे के प्राचीन शिवाजी तालाब,कैलाश कुंज द्वार मल्देवा ,लाऊवा नदी,खजुरी शिव मंदिर, दिघुल ठेमा नदी तथा टेढ़ा छठ घाट सहित अन्य स्थानों पर छठ पूजा के लिए महिलाओं ने डूबते सूरज को अघ्य देकर थाला पर बैठीं जो शनिवार को उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देंगी।शुक्रवार को छठ पूजा के तीसरे दिन प्राचीन शिवाजी तालाब पर छठ पूजा आयोजक समिति के आलावा सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाल पंकज कुमार सिंह तथा एसएसआई वंश नारायण यादव ,एस आई संतोष सिंह मय फोर्स के साथ मौजूद रहे।