
पंचायत चुनाव-: बिछनें लगी बिसात, शुरू हो गया दावतों का दौर।
सोनभद्र- सोनप्रभात
वेदव्यास सिंह मौर्य –
शासन के द्वारा जैसे ही घोषणा हुई कि 31 मार्च के पहले त्रिस्तरीय पंचायत सम्पन्न करा लिए जाएंगे, वैसे ही चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी वोटरों को रिझाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाना शुरू कर दिए हैं।कोई बिरादरी के बल पर मैदान में आ रहा है तो कोई योग्यता के बल पर कोई समाज सेवा की दुहाई दे रहा है।
कुछ तो ऐसे भी प्रत्याशी मैदान में आ रहे हैं जैसे आसाढ़ की बरसात होते ही पृथ्वी के अंदर से पीले पीले मेढक निकलते हैं।सब अपने जुगाड़ मे लग गए हैं।कहीं कहीं मुर्गा, बकरा, मछली के साथ शराब का भी दौर शुरू हो गया है। निवर्तमान प्रधानों के कमीयों को जनता के बीच में बड़े जोश के साथ उठाया जा रहा है।
वैसे सरकार की भी मंशा है कि आहरित धनराशि की जांच जांच चुनाव के पहले ही पूर्ण हो जानी चाहिए कि वास्तव में कार्य हुआ है या नहीं।जांच होना जरूरी भी है क्योंकि अधिकांश जगहों से शिकायतें भी उच्चाधिकारियों तक पहुचती रही हैं कि धन आहरित के बाद भी कार्य नहीं हुआ।ऐसे तमाम मामले हैं कहीं कागज पर शौचालय निर्माण हुआ है तो कहीं स्नानागार भी कागज पर बन गया है।एक एक हैंडपंप मरम्मत का मरम्मत 25 हजार रुपए में हुआ है।इसी तरह से सीसी रोड,नाली, खड़ंजा सहित अन्य कार्यों की जांच की जानी चाहिए।
बड़े जोर शोर से प्रधानमंत्री आवास के नाम पर वसूली की जा रही है।पच्चीस दिसंबर को कार्य काल समाप्त होने के बाद भी कुछ प्रधान आवास,बृद्धा,बिधवा,दिव्यांग पेंशन के नाम पर बिसात बिछाने मे लगे हैं।ऐसे में खब्बू किस्म वोटरों की चांदी कट रही है।’खाओ पीयो सट के वोट दो हट के’ यह नारा भी सुनने को मिल रहा है।जाएं तो जांए कहां की स्थिति अभी से मतदाताओं के बीच अभी से बननीं शुरू हो गई है।