gtag('config', 'UA-178504858-1'); कथित तांत्रिक से मिलीभगत और बेसुध पड़े तहसील प्रशासन को सलामी दे खननकर्ताओं ने मलिया नदी में खोद दिया कुंआ व तालाब। जिलाधिकारी ध्यान दें! - सोन प्रभात लाइव
प्रकृति एवं संरक्षणमुख्य समाचार

कथित तांत्रिक से मिलीभगत और बेसुध पड़े तहसील प्रशासन को सलामी दे खननकर्ताओं ने मलिया नदी में खोद दिया कुंआ व तालाब। जिलाधिकारी ध्यान दें!

  • फुलवार मलिया नदी से एक रात में हजारों ट्रैक्टर बालू खनन।
  • बड़ा सवाल ?डीएम द्वारा गठित जांच टीम को आज नहीं मिले एक भी अवैध खनन में लिप्त ट्रैक्टर ,कहीं टीम में कोई विभीषण तो नहीं।
  • बड़ा सवाल – मलिया नदी के बालू को आसमान खा गया या जमीन निगल गया।
  • जगह जगह खोद रहे तालाब , ताबड़तोड़ अवैध खनन से बदल डाली नदी का स्वरूप।

दुद्धी – सोनभद्र 

पप्पू यादव / जितेंद्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात

दुद्धी/ सोनभद्र| कभी कनहर नदी से बोरियों में बालू भर ले जाने में जान देने की धमकी देने वाले और श्मशान घाट पर अवैध खनन को रोकने के लिए तंत्रजाप का ढोंग करने वाले कथित वनाधिकारी को अब अपने रेंज में अवैध खनन नहीं दिखती, क्योंकि अब वह क्षेत्र के नदियों को दोहन कराने का सरदार बन बैठा है और इस काम को महुली और दुद्धी में रहने वाले अपने टुकड़ो पर पलने वालों गुर्गों से बेखौफ अंजाम दिला रहा है। शुरुवाती दिनों में पर्यावरण संरक्षण का ढोंग करने वाला कथित पिछले तीन वर्षों में कई करोड़ का बालू बेचवा दिया| चाहे नगर -विंढमगंज से जोगीडीह तक रेलवे दोहरीकरण हो एनएच का नाली निर्माण सभी जगहों पर स्थानीय विंढमगंज रेंज से गुजरी मलिया व कनहर नदी के दर्जनों मुहानों से अवैध खनन कर बालू की आपूर्ति इसी तांत्रिक के इशारे पर गुर्गों ने दी।

इसने अपनी गठजोड़ को इतनी मजबूत कर लिया है, कि सब कुछ सिंडिकेट के तर्ज पर हो रहा है , इसके गुर्गे प्रशासनिक अधिकारियों की टोह यहां दुद्धी में पूरी रात लेते है , और तो और यहां तक कि अधिकारियों की सुरक्षा में लगे होमगॉर्ड के जवानों ,वाहन चालकों व ख़ुफ़िया विभाग के अधिकारियों से भी ताल मेल बना चुके है है ,अवैध खनन में लिप्त अक्सर चट्टी चौराहों पर उनसे बात करते देखे भी जा सकते है।

शायद यहीं कारण है, कि डीएम सोनभद्र को रेंजर विंढमगंज के खिलाफ 10 ट्रैक्टर चालकों द्वारा शपथ पत्र देने के बाद गठित जांच टीम भी अभी तक अपनी जांच पूरी नहीं कर सकी। और गस्त के दौरान एक ट्रैक्टर आज तक विंढमगंज रेंज से नहीं पकड़ पाई , तो क्या मलिया नदी से हजारों ट्रैक्टर बालू आसमान निगल गया या पाताल खा गई ? जो रविवार की रात्रि से सोमवार के भोर तक फुलवार मलिया नदी में एक ही रात में ताबड़तोड़ खनन कर नदी में दर्जन में दर्जन भर तालाब व कुआँ बना दिया गया|

रविवार को मलिया नदी पानी टंकी के पास पहुँचे फुलवार के ग्रामीण बालेश्वर यादव,रामप्रसाद, सूरजदेव,जयेन्द्र,बुद्धदेव, वीरेंद्र,धीरेन्द्र,संजय,अशोक,बैजनाथ,विशाल,रैमाल, कमलेश,लोकपति ने एक ही रात में भारी पैमाने पर हुए अवैध खनन पर हैरानी जताते हुए जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कर स्वयं स्थलीय निरीक्षण के मांग किया है और लखनऊ की किसी विशेष एजेंसी द्वारा अवैध खनन में लिप्त सिंडिकेट की जांच करवाने की मांग की है।

ग्रामीणों का कहना है , कि अब यहां के अधिकारियों से जांच करवाया जाना बेकार है क्योंकि जांच किया जाना उनके बस के बाहर हैं| इस संदर्भ में खान अधिकारी मोहम्मद महबूब ने वहीं रटा रटाया जबाब दिया और कहा कि अभी मौके पर टीम भेज कर जांच करवाता हूं, प्रभावी कार्रवाई की जाएगी|

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.
Website Designed by- SonPrabhat Web Service PVT. LTD. +91 9935557537
.
Close