अवैध खनन–: करहिया व बोधाडीह में कनहर नदी से अवैध खनन करवा रहे हाकिम, वसूली में नियुक्त किये प्राइवेट कारखास।
- दुद्धी तहसील के करहिया,बोधाडीह,कोरगी,रजथन,फुलवार बना अवैध बालू खनन हब।
विंढमगंज – सोनभद्र
पप्पू यादव ⁄ जितेन्द्र चन्द्रवंशी– सोनप्रभात
- ताबड़तोड़ खनन से कनहर नदी बिगड़ रहा स्वरूप।
विंढमगंज/ स्थानीय रेंज के अंतर्गत करहिया व बोधाडीह अवैध खनन का हब बन चुका है ,यहां जिम्मेदार विभागों के हाकिम कनहर नदी में अवैध बालू साइट चलवा रहें है, उन्हें ना तो प्रशासन से डर है और ना सुशासन का। नदी से अवैध खनन में एक दर्जन ट्रैक्टर दिन रात 24 घण्टे अवैध खनन में लिप्त रहते है ,जो गांव में चुनिंदा स्थानों पर चोरी के अवैध बालू का भण्डारण करते है,फिर वहां से टीपरो में भरकर कर कोन ,कचनरवा ,ओबरा व अन्य जगहों पर ऊचे दामो पर तस्करी कर रहें है।
इन बगैर परमिट पर अवैध चोरी के बालू का परिवहन कर रहे टीपरो की मुख्य मार्ग पर भरमार है और इसकी कोई जांच नहीं हो पा रही है। करहिया व बोधाडीह में टीपरो से चोरी का बालू परिवहन करना चर्चा बना हुआ है। जो आधे दर्जन टिपर का बेखौफ परिवहन करा रहें है ,वही टीपर स्वामियों के बालू की आपूर्ति देने का काम गांव में ही मौजूद दर्जन भर ट्रैक्टर संचालक करते है।
मामले की पुष्टि तो सिर्फ इसी बात से हो जाती है, कि अभी पिछले दिनों वन विभाग के मंडलीय उड़ाका दल प्रभारी मनमोहन मिश्रा ने करहिया से अवैध बालू लादकर कुड़वा की ओर परिवहन कर रहे टीपर को कोन पुलिस को हवाले किया था, लेकिन फिर भी खननकर्ता नहीं मान रहे।
पिछले दिनों ‘विंढमगंज रेंज के करहिया में खुलेआम अवैध बालू की लोडिंग किए दर्जनों टीपर दिन भर चक्कर लगाते है, ‘कोन कचनरवा का फेरा’ शीर्षक से खबर चली तो वन विभाग के कर्मियों ने दिखावे के लिए नदी जाने वाले मार्ग में 1 फिट गढ्ढा खोदवा दिया।उसी के दूसरे दिन से दर्जन ट्रैक्टर संचालक रेंज का चक्कर लगाने लगे और अवैध खनन फिर शुरू हो गया। जिससे क्षेत्र के लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है, कि करहिया में अवैध खनन साइट हाकिम ही चलवा रहे है और ट्रैक्टर व टीपर संचालकों से प्राइवेट कारखास से रकम की वसूली करवा रहे हैं और लाखों रुपये प्रतिदिन सरकार को चुना लगा रहे है।
पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने मामले की तरफ नवागत डीएम का ध्यान आकृष्ट करा कर मौके पर जांच की मांग किया है और अवैध खनन में लिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई का मांग किया है।