कोटा में प्रथम बार स्वतन्त्रता सेनानी, जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई।
डाला- सोनभद्र
अनिल कुमार अग्रहरि- सोनप्रभात
डाला ,सोनभद्र।कोटा में प्रथम बार महान स्वतंत्रता सेनानी, महान कर्मयोगी, बिहार के दूसरे मुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री, गुदड़ी के लाल, उपेक्षितों के रहनुमा जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई।
जयंती समारोह में उपस्थित दीपू शर्मा ने कहाँ की जननायक ने बिहार के गरीबों, दलितों, पिछड़ो, शोषित, वंचित, किसानो और नौजवानों के हित की लड़ाई लड़ी और इनको आगे लाने में अपना मुख्य योगदान दिया।
जननायक ने बिहार के मैट्रिक तक की शिक्षा मुफ्त की।किसानों के हित में प्रमुख कार्य किये।
ऐसे अनेकों कार्य हैं जो जननायक ने बिहार की आम जनता के लिए किया।बेदाग छवि, सरल, सौम्य, कुशल राजनीतिज्ञ, ओजस्वी वक्ता थे कर्पूरी ठाकूर।
जननायक कर्पूरी ठाकुर अपने जीवन में कभी कोई चुनाव नही हारे और दो बार मुख्यमंत्री होने के बाद भी विरासत में अपने पुत्र को कच्चे का मकान छोड़ गए थे।दीपू शर्मा ने भारत सरकार से मांग किया कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न सम्मान से नवाजा जाये।जयंती समारोह में कामेश्वर प्रजापति, आतिश चंद्रवंशी, चंद्रेश शर्मा, लवकुश प्रजापति, सुरेश गोंड़, अखिलेश शर्मा, वीरेंद्र, सूरज, आकाश, रवि, शिवा, मदन, ब्रह्मानंद आदि लोग उपस्थित रहे।