प्रधानमंत्री आवास का पैसा गया दूसरे के खाते में, बार बार वी0डी0ओ0 के दबाव के कारण सदमें से लाभार्थी का हुआ था मौत।

- आवास मिलने के बाद भी खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर है मृतक धनेश राम की पत्नी बचिया देवी।
- ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से दूसरे व्यक्ति के खाते में भेज दी गयी 76 हजार की धनराशि और किया गया धन का बंदरबाट।
- बार बार आवास बनाने जाने हेतु दबाव व जेल भेजने की धमकी देने से कुछ माह पूर्व पति की सदमे हो गयी मौत।
- मामला दुद्धी ब्लॉक के फुलवार का , मृतक धनेश राम पुत्र देवधारी के आवास का।
- एक ही नाम होने से पैसा हुआ इधर उधर।
विंढमगंज – सोनभद्र / पप्पू यादव- जितेंद्र चन्द्रवंशी – सोनप्रभात
विंढमगंज/ दुुद्धी ब्लॉक क्षेत्र के फुलवार में ग्राम विकास अधिकारी द्वारा आवास बनाने का दबाव व जेल भेजने के निरंतर दबाव देने से आवास के लाभार्थी की सदमें से कुछ माह पूर्व मौत हो गयी,ऐसा आरोप बचिया देवी डीएम को सौंपे शिकायत्री पत्र में लगाया है।

पिछले दिनों आयोजित जनता समाधान दिवस में डीएम को दिए शिकायत्री पत्र में कहा है, कि उसके पति स्व धनेश राम पुत्र स्वर्गीय देवधारी को 2018 – 19 में प्रधानमंत्री आवास मिला था, जिसका प्रथम क़िस्त 44000 की रकम जब उनके खाते में आई तो उन्होंने प्लिंथ लेबल तक काम पूरा कराया, लेकिन आवास की दूसरी क़िस्त की 76000 हजार की रकम ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से धनेश पुत्र नान्हू के खाते में चला गया और उस धन का बंदरबाट किया गया। जिससे लाभार्थी का आवास नहीं बन पाया। पिछले दिनों उनके पति धनेश राम को ग्राम विकास अधिकारी द्वारा बार बार आवास बनाने का दबाव बनाया जाने लगा और ऐसा ना करने व जेल भेजने की धमकी दी जाने लगी जिससे उसके पति सदमे में चले गए और कुछ माह पूर्व धनेश राम की मौत हो गई|लाभार्थी का आवास आज तक अधूरा है और उसकी वृद्ध पत्नी आज भी खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।
पीड़िता ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है| वहीं इस संदर्भ में निवर्तमान प्रधान सूर्य प्रकाश कनौजिया ने कहा कि ग्राम विकास अधिकारी कमी व नेट की गड़बड़ी से 76 हजार की दूसरी क़िस्त का पैसा दूसरे के खाते में चला गया और उस पैसे का बंदरबाट गांव के कुछ नेताओं ने मिल बांट कर कर लिया | जिससे से लाभार्थी का आवास आज तक अधूरा है |