बाड़ी क्षेत्र में क्रसर प्लांटो से उड़कर फैल रहे भयंकर प्रदूषण से लोगो का जीना दूभर – संजीव गोड़ (ओबरा विधायक)

डाला- सोनभद्र – अनिल कुमार अग्रहरि/ सोनप्रभात
सोनभद्र डाला।बाड़ी क्षेत्र में क्रसर प्लांटो से उड़कर फैल रहे भयंकर प्रदूषण से लोगो का जीना दूभर हो गया है। खाना – पानी में धूल घुलित होकर जहर घोल रहा जिससे लोगो का जिवन खतरे में पड़ता जा रहा।प्रदूषण की बढ़ती समस्या के समाधान का उपाय न कर अधिकारी केवल कोरम पुरा करने में लगे है।
उक्त बाते शनिवार को ओबरा विधान सभा के विधायक संजीव कुमार गोंड ने अपने आवास पर वार्ता के दौरान कहीं।उन्होनें कहा कि बिल्ली मारकुंडी के बारी क्षेत्र में पर्यावरण-प्रदूषण के मानको को ताक पर रखकर क्रसर प्लांटो का हो रहे संचालन से क्षेत्र में रह रहे लोगो का जीवन जीना दुष्वार हो गया है।हजारो-हजार की आबादी वाले ग्रामीण भयंकर प्रदूषण की दंश झेलते-झेलते नाना प्रकार की बिमारियो से ग्रसित हो रहे है।जिनका जीवन नरक बनकर रह गया है।प्रदूषण की रोकथाम को लेकर सम्बंधित विभाग के अधिकारियो को पत्र लिखने के साथ ही कई बार मौखिक अवगत कराया गया है।इसके बाद भी कोई ठोस पहल नहीं किया गया है।कार्यवाही के नाम पर विभागीय अधिकारी केवल खाना पूर्ती कर रहे हैं।जिस तरह प्रदूषण की बयार बह रही है।वह घर के किचन से लेकर खाने-पीने की सभी वस्तुओं में पहुंच कर भोजन को जहरीला बना रहा है।घर में रखा साफ-सुतरा कपड़ा धूलो से गंदा हो जा रहा है।घरो में रहना और खुले में सांस लेना दुभर हो गया है।बाड़ी क्षेत्र में पड़ने वाले वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर चार-पांच इंच तक धूल जम गया है।जिसके कारण मार्ग की दोनो पटरियो का आधा भाग धूलो से पटा हुआ है।
उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले प्रदूषण की भयावहता को रोकने के लिए सम्बंधित विभाग के अधिकारियो द्वारा क्षेत्र के क्रसर प्लांटो को लिखित तौर पर निर्देशित किया जाता था कि साम पांच बजे से रात भर क्रसर प्लांटो का संचालन पुरी तरह बंद रखा जाये।जिसका पालन भी होता रहा है।लेकिन वर्तमान में प्रदूषण रोकने के सारे नियमो को ताक पर रखकर रात-दिन खुला प्रदूषण उड़ाने की छूट अधिकारियो द्वारा दे दी गई है।प्रदूषण के हालात यू ही बना रहा तो क्षेत्र के प्रदूषण से प्रभावित लोगो को आंदोलित होने से रोक पाना कठिन हो जायेगा।नियमानुसार रोज क्रसर प्लांट के संचालन के समय पानी का छिड़काव क्रसर प्लांट से लेकर उस क्षेत्र में आने जाने रास्तो पर होता तो ठीक था।इसके साथ ही प्रतिदिन साम पांच बजे से सुबह पांच बजे तक क्रसर प्लांट पुरी तरह बंद रखा जाता तो प्रदूषण को कम किया जा सकता है।जिसपर कोई अमल नहीं कर रहा है।अगर प्रदूषण की रोकथाम पर लगाम तत्काल नहीं लगा तो इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर की जायेगी।