एक वर्ष से दो रसोइयो का नही मिला मानदेय, जीवकोपार्जन को लेकर भारी संकट।

- महिला शिक्षामित्र को हटाने को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।
- दो अध्यापक वर्षों से घर बैठकर ले रहे वेतन,
बभनी– सोनभद्र– उमेश कुमार – सोनप्रभात
बभनी। म्योरपुर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय खरवारी टोला नधीरा में शिक्षकों व महिला शिक्षामित्र से आपस मे तैनाती को लेकर विवाद हो गया। वही विद्यालय में एक वर्ष से कार्य करने वाली दो रसोईयों का मानदेय लॉकडाउन जैसे हालात को बीत जाने के बावजूद अब तक नहीं मिल सका है, जिससे लाकडाऊन के दौरान इस परिवार के लोगो को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
वही दूसरे ओर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि विद्यालय में तैनात महिला शिक्षामित्र शांति देवी प्राथमिक विद्यालय बैरागो में कार्यरत थी लेकिन सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने वाले भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से महिला शिक्षामित्र को प्राथमिक विद्यालय खरवार बस्ती नधीरा में संबद्ध कर दिया गया। महिला शिक्षामित्र बच्चों को लापरवाही बरतने के साथ कभी जभी पढ़ाती थी जिस बात को लेकर कुछ लोगो ने इसकी शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से भी किया गया।
परंतु उनके द्वारा इस प्रकरण पर ध्यान नहीं दिया गया। लेकिन जब उक्त विद्यालय में तीन नए अध्यापकों की तैनाती कर दी गई, तब भी आए दिन अध्यापकों व ग्रामीणों से समय और शिक्षा को लेकर विवाद किया करती थी, जिस मामले की शिकायत अध्यापकों के द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिलाधिकारी को किया गया। परंतु कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली वही विद्यालय में जनवरी से ही तीन अध्यापक अपने पद पर तैनात हैं साथ ही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि आज अध्यापकों को गलत आरोपों में फंसाने की धमकी भी देने लगी और हम लोगों ने अपने बच्चों का नाम कटाकर दूसरे विद्यालय में नामांकन कराने का निर्णय लिया। जिससे डरे-सहमे अध्यापकों ने अंदर से बाउंड्री के गेट पर ताला लगा दिया। जिससे गांव की प्रमीला देवी, सोनियां, हिरमन, जगपत, उमेश, भीम सिंह समेत अन्य लोग धरने पर बैठकर शिक्षामित्र को हटाने की मांग करने लगे।
जब विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक इकरार हुसैन से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि शिक्षामित्र शांतिदेवी को जब अपने विद्यालय में जाने की बात कही गई तब उन्होंने गाली-गलौज कर झूठे आरोपों में फंसाने की धमकियां देने लगीं। जिससे हम लोगों ने भय के कारण बाऊंड्री के मुख्य द्वार पर अंदर से ताला लगा दिया । वहीं बाउंड्री डांककर अंदर घुस आईं तभी ग्रामीण मौके पर आ गए और धरने पर बैठ गए।