डी पाल विन्ध्यनगर एवं अन्य शिक्षण संस्थाओ पर अंकुश लगाने की माँग।

विन्ध्यनगर/ सिंगरौली – सोनप्रभात
माननीय कलेक्टर महोदय,सिंगरौली(म.प्र.) से शिक्षण संस्थाओं के मनमाना रवैये के खिलाफ सुरेश गुप्त ग्वालियरी ने गुहार लगाई है।
- विषय- डी पाल विन्ध्य नगर एवं अन्य शिक्षण संस्थाओ पर अंकुश लगाने की माँग-
आपके द्वारा निर्देशित गाईड लाईन निश्चित ही विद्यार्थी व अभिवावको के हित में है। मगर एक तथ्य यह भी है कि विगत पूरे बर्ष जो पुस्तकें क्रय की गई है, वह आज भी उसी स्थिति अर्थात नई है , परंतु प्राईवेट शिक्षण संस्थाओ ने दो चार पेज बदल कर नई पुस्तकों को क्रय करने का दबाब बनाया है, हाँ यह हो सकता है ऊँचे क्लास में कुछ बिषय के पैटर्न में बदलाव हुआ हो तो कुछ विषय में यह सम्भव हो सकता है ,परंतु प्राईमरी पुस्तको मे वदलाव समझ से परे है, हाईस्कूल की पाठ्य पुस्तक का सेट तो 12 हजार से भी ज्यादा है। आर्थिक समस्यायों से जूझ रहा अभिवावक वर्ग के लिये यह भी बोझ ही है तथा चार पाँच हजार के अतिरिक्त बोझ से बचाया जा सकता है,दूसरा कपियों के क्रय पर भी अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है साईज को घटा बढा दिया है। जिससे पिछ्ले बर्ष के कापियों का उपयोग न हो।
तीसरा निवेदन आदरणीय यह है कि पुस्तक विक्रेता भी फिक्स कर दिया गया है , पुस्तक विक्रेताओ द्वारा अभिवावक पर जोर डाला जाता है कि पुस्तक व कॉपी का सेट लेना पडेगा। यदि परिवार या मित्र से कुछ पुस्तके उपलब्ध हो जाती है ,तब भी पुस्तक विक्रेताओं द्वारा पूरा सेट लेने के लिये दबाब बनाया जाता है/ अत श्री मान कलेक्टर महोदय व शिक्षा अधिकारी महोदय से अभिवावक गण निवेदन करता है, कि उपर्युक्त सम्स्यायो के निवारण के लिये भी समुचित आदेश प्रदान करें/
निवेदन जन हित में-
सुरेश गुप्त,ग्वालियरी
879564054