gtag('config', 'UA-178504858-1'); राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई सिंगरौली द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन। - सोन प्रभात लाइव
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राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई सिंगरौली द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन।

विंध्य नगर – सिंगरौली – सुरेश गुप्त ग्वालियरी – सोन प्रभात

गुरु जनों को किया गया सम्मानित।


दिनांक 5 सितंबर को राष्ट्रीय कवि संगम सिंगरौली द्वारा विंध्य नगर स्थित अमृत विद्या पीठ महाविद्यालय के सभागार में शिक्षक दिवस पर आदरणीय गुरु जनों ,मेधावी छात्रों,तथा रचनाकारों को शॉल श्री फल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया, इस शुभ अवसर पर भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन भी हुआ जिसमे जनपद के रचनाकारों ने सहभागिता की!! कवि सम्मेलन की अध्यक्षता अनेक पुस्तकों के लेखक, वरिष्ठ व वयोवृद्ध कवि श्री श्रुतिमान “दुबे विजन” ने किया तथा मुख्य अतिथि के रूप में सुरेश गुप्त ग्वालियरी तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में श्री उमाशंकर लाल श्रीवास्तव एवम श्री राम बरन शाह उपस्थित रहे!!

मां सरस्वती व शिक्षक दिवस के प्रणेता डॉक्टर राधा कृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात राष्ट्रीय कवि संगम के जिला अध्यक्ष नारायण दास विकल ने संस्था के उद्देश्य एवम कार्य योजना को विस्तार से अवगत कराते हुए मंच संचालन का दायित्व जिले के वरिष्ठ रचनाकार तथा संचालक श्री कमल शुक्ल अज्ञान को सौंपा!! खचाखच भरे सभागार में मां वीणा वादिनी की वंदना श्री राम लखन मिश्र ने जय जय जय वीणा वादिनी, सात सुरों की तुम हो भवानी!! सुनाकर कार्यक्रम का आगाज किया!! अनेक रचनाकारों ने गुरु महत्ता व गुरु जनों को समर्पित रचनाएं प्रस्तुत की,सभागार तालियों के ध्वनि से गुंजित रहा!!

आज के काव्य सम्मेलन में श्री भाई लाल शर्मा,श्री मती जरीना बानो,अमर नाथ दुबे,सुरेश गिरि प्रखर,संजीव कुमार पाठक,अवधेश नामदेव,अशोक पांडेय,रमाकांत पांडेय,प्रीवेंदु दुबे चंचल,जय श्री कांत “जय” सुरेंद्र शाह,के के सोनी, डॉक्टर प्रदीप दुबे,श्री कमल शुक्ल अज्ञान, नारायण दास विकल, सुरेश गुप्त ग्वालियरी, उमा शंकर लाल श्रीवास्तव ने उत्कृष्ट रचनाएं प्रस्तुत की , अंत में अध्यक्षता कर रहे वयोवृद्ध व वरिष्ठ कवि श्री श्रुति मान दुबे “विजन” ने अपने काव्य पुस्तक के कई अंक प्रस्तुत करते हए काव्य पाठ का समापन किया!! आपके रचना की एक बानगी देखिए,
आदमी बदले नहीं, तेवर बदल गए,दुलहनें वे ही रही,पर वर बदल गए!
बाह्य तो सजकर बदलते,मन नहीं बदले,तन पुराना जीर्ण पर जेवर बदल गए!!
अंत में सभी रचनाकारों ,मेधावी छात्रों तथा आदरणीय गुरुजनों को संस्था द्वारा शॉल,श्री फल तथा स्मृति चिन्ह प्रदान का सम्मानित किया गया!!

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