भारतीय हिन्दी साहित्य सभा(ग्वा) द्वारा ऑनलाईन बाल कवि गोष्ठी संपन्न।
अगन नहीँ जब लगन में, मंजिल है दुश्वार!
पढो लिखो होकर मगन, गगन छुओगे यार !! – सुरेश गुप्त,ग्वालियरी
विन्ध्यनगर – सिंगरौली – सुरेश गुप्त’ग्वालियरी’ – सोनप्रभात
दिनाँक 25 अप्रैल श्री वरिष्ठ कवियत्री मती संगीता गुप्ता के संयोजन एवं आदरणीय श्री महेंद्र भट्ट के मुख्य आतिथ्य व आदरनीय दिलीप मिश्रा विशिठ्य आतिथ्य में एक ऑन लाइन बाल कवि गोष्ठी का आयोजन बरिष्ठ कवि सुरेश गुप्त “ग्वालियरी “की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
जिसमे अनेक बाल कवियों ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओ का मन मोह लिया!!उपस्थिति बाल कवि भव्य उपाध्याय ,निर्भय तोमर,तनय उपाध्याय,अथर्व गुप्ता, प्रियांशी,व आयुषी गुप्ता ने एक से बढ कर एक रचना प्रस्तुत की। गोष्ठी के अध्यक्षता कर रहे ग्वालियरी जी इस आयोजन के लिये आयोजक मंडल को बधाई दी।
श्री मती संगीता गुप्ता जी सफल संचालन किया , दीदी वन्दना जी ने गोष्ठी में उपस्थति सभी सुधि जनो का आभार व्यक्त किया!! नन्हे मुन्ने बाल कवियों के लिये आयोजित इस गोष्ठी को अभिवावको व साहित्य जनों द्वारा काफी सराहा गया!! अध्यक्षता कर रहे ग्वालियरी जी ने सफल आयोजन के लिये आयोजक मंडल को हार्दिक शुभकामनायें दी।
गोष्ठी के मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि महेंद्र भट्ट ने बाल साहित्य कारों का उत्साह बर्धंन करते हुए कहा आप अपने कलम को धार देते रहे और लिखते रहें!! आपने एक व्यंग्य मुक्तक भी सुनाया, बानगी देखिये-
कामना तब ही करेँगे, जब आपके हाथों में काम हो!
दोस्ती तब ही करेँगे, जब आपकी जेबों मे दाम हो!
विला बजह हम क्योँ चक्कर लगायें, आपके मकान पर!!