मधुबन निवासी दर्जनों मरीज डायरिया के चपेट में। कोरोना संक्रमित महज एक अफवाह
- आशीष गुप्ता
सोनप्रभात
अफवाह का आलम इस समय यह है, कि किसी प्रकार का अगर कोई पिडित होता है तो उसे कोरोना वायरस से संक्रमित होने की दलील दी जा रही है।
हम बात कर रहे हैं, म्योरपुर विकास खण्ड के मधुबन गांव के दर्जनों पिडित मरीजों की जिन्हे बुधवार सुबह चार एम्बुलेंस द्वारा म्योरपुर स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। इतने सारे एम्बुलेंस देखकर लोगों के मन में कोरोना वायरस के अपने जिले में प्रभावी होनें का ख्याल आनें लगे। हर जगह लोग कोरोना वायरस का चर्चा करते हूए देखे गए। कोरोना का चर्चा लाजमी है, परन्तु बिना किसी जांच तथा प्रमाण के कोरोना का अफवाह फैलाना बिल्कुल सही नही है।
क्या था असल में मधुबन का मामला ?
बिती मंगलवार की रात मधुबन गांव में एक जगह तिलक समारोह था, जिसमें गांव के काफी लोग खाना खाने पहुॅचे थे। जिसमें खाने के 2 घण्टे उपरांत लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। सीएचसी चिकित्सकों ने बताया कि सभी मरीज डायरिया के शिकार हुए हैं। सीएचसी चिकित्सक डा० फिरोज आबेदिन ने बताया कि ग्रामीण डायरिया के चपेट में हैं। पिडितों में चार काे भर्ती करके बाकि को इलाज के बाद घर भेज दिया गया।
वहीं सीएचसी चिकित्सक डा० फिरोज आबेदिन नें लोगो से कोरोना वायरस सम्बन्धी अफवाह को न फैलाने की अपील की।
सोनप्रभात का यह लेख लाेगों में कोरोना के सम्बन्ध में अफवाहों को फैलने से रोकने हेतु पाठकों के सामनें है।