– चंद्रशेखर आजाद(जन्म तिथि – 23 जुलाई 1906- पुण्य तिथि – 27 फरवरी 1931)
धन्य धन्य जगरानी सीताराम जी, धन्य बदरका भाबरा धाम
सदैव “आजाद”अमर भारत माॅ॑ के लाल को,भारत करे प्रणाम
चंद्रशेखर,”आज़ाद” हुए सारे भव बंधन त्याग कर
आजादी के लिए लड़ते रहे, कर्तव्य धनु धार कर
इंकलाब जिंदाबाद कहते रहे, शौर्य वाक् टंकार कर
अंग्रेजों को ललकारते रहे, महाकाल सा अवतार धर
अग्निपथ पर बढ़ते रहे,भारत माता की जयकार कर
क्रांतिकारियों के दग्ध उर में, अटल स्वतंत्रता का संचार कर
गद्दार से भेद पा कर, नाॅट बोवर खुश था आजाद को घेर कर
पर जो जन्म से आजाद था, रहना जिसे अटल आजाद था।
उस आजाद की गोली भी आजाद थी, आजाद को आजाद कर
जिसने मौत से आखें मिलाकर,मूक स्वयं को चिर सुला लिया
गोरों का छीन कर चैन,माॅ॑ भारती पर सब कुछ वार दिया
धन्य धन्य जगरानी सीताराम जी, धन्य बदरका भाबरा धाम
सदैव “आजाद” अमर भारत माता के लाल को भारत करे प्रणाम ।
वन्दे मातरम्
– चंद्रप्रकाश गुप्त “चंद्र”
(ओज कवि)
अहमदाबाद, गुजरात