सोनभद्र में खाद समस्या क्यों? सरकार की मंशा के विपरीत किसानों का हो रहा शोषण – रामेश्वर प्रसाद राय (भाजपा जिला संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ)।

- 👉 बिल्ली जंक्शन पर सरकार द्वारा यूरिया, डीएपी रेल रैक होने के बावजूद नीजी वाहनों से भेजे जा रहे खाद।
- 👉मिर्जापुर में 70% यूरिया डीएपी सोनभद्र क्षेत्र के किसानों का रखा जा रहा।
- 👉बंद धान क्रय केंद्रों को प्राथमिकता पर खोला जाए।
सोनभद्र – सोन प्रभात – जितेंद्र चंद्रवंशी/ आशीष गुप्ता
सोनभद्र जनपद अंतर्गत गत दिनों अन्न महोत्सव के उपरांत भारतीय जनता पार्टी के जिला संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ सोनभद्र रामेश्वर प्रसाद राय द्वारा दुद्धी विधानसभा क्षेत्र के एनडीए समर्थित विधायक हरिराम चेरो, व उप जिलाधिकारी दुद्धी रमेश कुमार के समक्ष अन्नदाता किसानों के साथ हो रहे बड़े शोषण, साजिश और भ्रष्टाचार का खुलासा डी एफ एम ओ नोडल अधिकारी सोनभद्र संजय पांडेय व ए एम ओ सुरेंद्र पाल सिंह, संदीप कुमार आदि संबंधित अधिकारियों के समक्ष हैरान करने वाली बात रखी।
यहां देखिए वीडियो –
(सोन प्रभात संवाददाता जितेंद्र चंद्रवंशी की खास बातचीत)
श्री राय ने मीडिया को दिए बयान में बताया कि दुद्धी क्षेत्र में इस बार समर्थन मूल्य के आधार पर जो गेहूं क्रय केंद्र खुले थे व जो पूर्व में दुकान संचालित लीलासी, विंढमगंज, महुली, मंडी समिति दुद्धी आदि स्थानों पर बंद कर दिया गया है, बंद धान क्रय केंद्र खोले जाएं जिससे किसानों को स्थानीय स्तर पर शासन की मंशानुरूप डीएपी यूरिया खाद क्रय केंद्रों के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराई जा सके, यूरिया डीएपी समितियों द्वारा विक्रय किया जाता है परंतु क्षेत्र की घोर उपेक्षा साजिश के तहत कतिपय लोगों द्वारा सरकार की आंख में धूल झोंक कर रेलवे रैक बिल्ली सोनभद्र में लोडिंग अनलोडिंग सुविधा होने के बावजूद जानबूझकर रेल रैक का उपयोग नहीं किया जा रहा।
सोनभद्र में रैक उपयोग नहीं होने के कारण यूरिया डीएपी मिर्जापुर रेलवे रैक द्वारा 70% मिर्जापुर क्षेत्र अंतर्गत खत्म कर दिया जाता है, महज 30 % सोनभद्र में ट्रकों के माध्यम से पहुंचता है,और सोनभद्र मुख्यालय पर ही 20% यूरिया, डीएपी रख लिया जाता है, 10% यूरिया डीएपी से स्टेट राज्य का दर्जा प्राप्त प्राचीन तहसील परिक्षेत्र अंतर्गत ब्लॉक दुद्धी, म्योरपुर व बभनी साथ ही सोनभद्र जनपद के चोपन, कोन ब्लॉक को मिलाकर 10% से ही काम चलाना किसानों को पड़ता है, जबकि सोनभद्र जनपद के बिल्ली जंक्शन जहां पर लोडिंग अनलोडिंग की सुविधा उपलब्ध है।
उक्त स्थान से डीएपी यूरिया सप्लाई जनपद को की जा सकती है, किसानों से साजिश के तहत खुलेआम ₹12 प्रति कुंतल लोडिंग अनलोडिंग चार्ज लिया जाता है, ऊपर से पल्लेदारी का अतिरिक्त चार्ज लिया जा रहा, जब सरकार के द्वारा व्यवस्थाएं बनाई गई है और किसानों के समस्याओं के समाधान के लिए सरकार कटिबद्ध है तो आखिर किसके इशारे पर लोडिंग अनलोडिंग पल्लेदारी के नाम पर शोषण किया जा रहा, इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र जनपद सोनभद्र के किसानों का डीएपी यूरिया खाद 70% मिर्जापुर रख लिया जा रहा, 20% जिला मुख्यालय रावर्ट्सगंहज में रख लिया जा रहा तो भला 10% डीएपी, यूरिया से 5 ब्लॉकों के अन्नदाता / किसान का कैसे जरूरत खाद की पूरी हो? इसके पीछे निश्चित रूप से एक बड़ी साजिश भ्रष्टाचार की है, खाद्यान्न वितरण में भी डोर स्टेप लागू नहीं होने के कारण मनमाना निजी वाहनों से खाद्यान्न का वितरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कोटेदारों को साजिश के तहत किया जा रहा, जिससे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कोटेदार भी आर्थिक शोषण के शिकार हो रहे हैं l
उक्त गंभीर विषय पर भारतीय जनता पार्टी के जिला संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ सोनभद्र रामेश्वर प्रसाद राय की बातों को संजीदगी पूर्वक लेकर सरकार की छवि साजिश के तहत धूमिल करने वाले लोगों को बेनकाब करते हुए अन्नदाता किसानों को बिना किसी भेदभाव के डीएपी यूरिया पर्याप्त मात्रा में इस क्षेत्र के हिस्से का खाद दिलाया जाए।